जानकारी देते हुए बिहारीगंज के व्यवसायी सह समाजसेवी बजरंग लखोटिया ने बताया कि मंदिर का निर्माण स्वर्गीय काशीराम एवं स्वर्गीय गायत्री देवी मुंधड़ा की स्मृति में उनके पुत्र ओमप्रकाश एवं अशोक कुमार मुंधड़ा के द्वारा करवाया गया है। इसके अलावा अरुण जी सोमानी अपने माता जी एवं पिताजी के स्मृति में होलिका दहन गेट का निर्माण करवाया गया। पूर्व में पूर्व में कई दशकों तक उक्त स्थल पर खुले में लोग होलिका दहन कार्यक्रम किया करते थे। जिससे आमजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। अब चारदिवारी के अलावे मंदिर का निर्माण तथा बैठने के लिए पक्की सेड का निर्माण करवा दिया गया है ताकि धार्मिक आयोजन में आमजनों को परेशानी से निजात मिल सके।
वहीं उक्त कार्यक्रम के बाबत उन्होंने बताया कि ढाल और होलीका दहन गुरुवार को प्रातः 10 बजे किया गया। इसके अलावे जैल पौना तथा होलिका दहन रात्रि के 11:00 बजे किए जाने की बात बताई गई. इस मौके पर बिहारीगंज के गनमान्य जन में ओमप्रकाश जी मूंदड़ा, बजरंग लाल जी लखोटिया, झूमर मल जी पुगलिया, सज्जन जी अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, संजय पुगलिया,राजकुमार उर्फ भकुल भास्कर सिंह,जीवन कुमार, सज्जन शर्मा,सौरभ अग्रवाल और समाज के लोग वहां उपस्थित थे।
(रिपोर्ट: रानी देवी/ मधेपुरा टाइम्स)

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