के पी महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. के. एस. ओझा का निधन, शिक्षा जगत में शोक की लहर

मुरलीगंज के पी महाविद्यालय के सेवानिवृत्त पूर्व प्राचार्य डॉ. के. एस. ओझा का बुधवार को अचानक निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई। महाविद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी, छात्र-छात्राएं एवं शिक्षा जगत से जुड़े लोग इस समाचार से मर्माहत हो गए।

डॉ. ओझा न केवल एक विद्वान शिक्षक थे, बल्कि अपने मिलनसार और मृदुभाषी स्वभाव के लिए भी प्रसिद्ध थे। उनके निधन पर के पी महाविद्यालय के स्थापना कालीन प्राध्यापकों ने शोक संवेदना व्यक्त की है. सेवानिवृत्त इतिहास विभाग के विभाग के अध्यक्ष प्रो नगेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि अपने जीवनकाल में शिक्षा को नई दिशा देने के लिए निरंतर प्रयासरत रहे। उनके योगदान को स्मरण करते हुए महाविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षकों ने श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने छात्रों के बौद्धिक विकास के साथ-साथ उनके नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सेवानिवृत्त अर्थशास्त्र विभागध्यक्ष प्रो त्रिवेणी प्रसादी साह, सेवानिवृत्त हिंदी विभागध्यक्ष प्रो हरि प्रसाद यादव, सेवानिवृत्त उर्दू विभाग के विभागध्यक्ष प्रो शब्बीर अहमद, अंग्रेजी विभाग के सेवानिवृत प्राध्यापक प्रो डी एन राम, सेवानिवृत्ति संगीत विभागध्यक्ष प्रो नरेंद्र प्रसाद यादव आदि ने भी शोक संवेदना व्यक्त की है.

विश्वविद्यालय डीन सह पी जी अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार मल्लिक शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि विद्वान होने के साथ-साथ बहुत ही विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे और हमेशा जीरो टॉलरेंस पर काम करने की बात करते थे. हमेशा ही कहा करते थे "कि गलतियों पर सबसे पहले हमारी नजर जाती है".

महाविद्यालय के वर्तमान प्राचार्य डॉ. जवाहर पासवान ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "डॉ. ओझा शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व थे। वे हमेशा महाविद्यालय एवं छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयत्नशील रहते थे। उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा।" उन्होंने कहा कि डॉ. ओझा के मार्गदर्शन में महाविद्यालय ने कई उपलब्धियां हासिल कीं और वे हमेशा छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के प्रति समर्पित रहे।

डॉ. ओझा के असामयिक निधन पर महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया। कई शिक्षकों ने उन्हें याद करते हुए कहा कि वे हमेशा अपने सहकर्मियों का सम्मान करते थे और महाविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को उन्नत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। उनके नेतृत्व में महाविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल कीं।

उनके निधन से महाविद्यालय परिवार एवं शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। महाविद्यालय परिसर में एक शोक सभा आयोजित की गई, जिसमें शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर महाविद्यालय के अनेक पूर्व एवं वर्तमान शिक्षकों ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि वे सदैव छात्रों की भलाई के लिए समर्पित रहे और शिक्षा के क्षेत्र में उनके कार्य प्रेरणादायक हैं।

डॉ. ओझा का जाना शिक्षा जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वे हमेशा अपने विद्यार्थियों के बीच एक आदर्श शिक्षक के रूप में याद किए जाएंगे। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता और वे हमेशा प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। 

के पी महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. के. एस. ओझा का निधन, शिक्षा जगत में शोक की लहर के पी महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. के. एस. ओझा का निधन, शिक्षा जगत में शोक की लहर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 13, 2025 Rating: 5

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