मुख्यमंत्री ने सुपौल में ₹298 करोड़ की 210 योजनाओं का किया रिमोट से उद्घाटन और शिलान्यास

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को प्रगति यात्रा के क्रम में सुपौल जिले के बकौर पंचायत स्थित वार्ड नंबर 05 बिजलपुर पुनर्वास तथा जिला मुख्यालय स्थित नवनिर्मित टाउन हॉल परिसर से 298.0729 करोड़ रुपये की 210 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. 

इसमें 13422.75 लाख रुपये की 52 योजनाओं का उद्घाटन तथा 16384.54 लाख रुपये की 158 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है. मुख्यमंत्री ने सुपौल जिला अंतर्गत प्रखंड सुपौल की ग्राम पंचायत बकौर में पूर्वी कोसी तटबंध की कोसी नदी पर निर्माणाधीन भेजा बकौर पुल का हवाई सर्वेक्षण कर निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने सदर प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बकौर स्थित वार्ड संख्या 5 बिजलपुर पुनर्वास टोला का भ्रमण कर विभिन्न विभागों द्वारा कराए गए विकासात्मक कार्यों का मुआयना किया. मुआयना के क्रम में मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से बातचीत भी की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत परसौनी सार्वजनिक पोखर के चारों तरफ सीढ़ी घाट निर्माण कार्य, पेवर ब्लॉक पैदल मार्ग निर्माण कार्य एवं परसौनी सार्वजनिक पोखर के उड़ाही कार्य से संबंधित शिलापट्ट का अनावरण कर उ‌द्घाटन किया. 

उद्घाटन के पश्चात मुख्यमंत्री ने तालाब का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने परसौनी सार्वजनिक पोखर के चारों तरफ कराए गए सीढ़ीनुमा घाट के निर्माण कार्य की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि यह अच्छा काम हुआ है. इससे लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी. मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों एवं विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया. अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि जीविका दीदियां पूरे बिहार में काफी अच्छा काम कर रही है. वर्ष 2005 में जब हमलोगों को बिहार में काम करने का मौका मिला तो हमने देखा कि यहां स्वयं सहायता समूहों की संख्या नाम मात्र की है. हमलोगों ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ानी शुरू की. अब बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार है. जिनसे 01 करोड़ 35 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं. हमने ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं का नाम 'जीविका दीदी' दिया जिससे प्रेरित होकर तत्कालीन केंद्र सरकार ने इसका नाम 'आजीविका' किया. इससे बिहार की महिलाओं की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है. स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं. उनका पहनावा और बोलचाल भी काफी अच्छा हो गया है. वे लोगों से बेहिचक होकर बातें करने लगी हैं. हमलोगों ने शहरी इलाकों में भी स्वयं सहायता समूहों का गठन कराना शुरू कर दिया है. अब तक 26 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन शहरी क्षेत्रों में हो चुका है, जिनसे 3 लाख से अधिक महिलाएं जुड़ चुकी हैं. जीविका दीदियां बहुत अच्छा काम कर रही हैं. हम जहां भी जाते हैं जीविका दीदियों से जरूर मिलते हैं. उनकी कोई आवश्यकताएं होती है तो सरकार उसे पूर्ण करती है. मैं आप सभी जीविका दीदियों को बधाई देता हूं. 

स्टॉल अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण राहत अनुदान योजना का सांकेतिक चेक, परसौनी गांव में निर्मित एकजलाशय जीविका संपोषित 9 ज्योति जीविका महिला ग्राम संगठन को अगले पांच वर्षों के लिए निःशुल्क हस्तांतरण पत्र, 554 जीविका स्वयं सहायता समूहों को बैंक ऋण के माध्यम से 13 करोड़ 85 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, समाहरणालय परिसर स्थित जीविका दीदी की रसोई की चाबी, 2043 जीविका स्वयं सहायता समूहों को परिक्रमी निधि एवं प्रारंभिक निवेश निधि के तहत 20 करोड़ 72 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, सतत जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत 452 लाभार्थियों को 1 करोड़ 72 लाख 78 हजार 900 रुपये का सांकेतिक चेक एवं सतत जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत ई-रिक्शा की चाबी लाभुकों को प्रदान किया. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बिहार लघु उद्यमी योजना के अंतर्गत 203 लाभुकों को 2 करोड़ 3 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री निःशक्त जन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तीकरण छत्र योजना के तहत संबल योजना अंतर्गत दिव्यांगजनों के बीच मोटराइज्ड ट्राई साइकिल की चाबी, अभियान बसेरा-2 के अंतर्गत सुयोग्य श्रेणी के वासभूमि विहीन परिवारों को बासगीत पर्चा, कस्टम हायरिंग योजना अंतर्गत अनुदान की राशि का सांकेतिक चेक, मखाना भंडार गृह निर्माण हेतु सांकेतिक चेक, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना का स्वीकृति पत्र, मुख्यमंत्री निजी किसान (अन्य प्रजाति) पौधशाला योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री कृषि वानिकी (अन्य प्रजाति) योजना का सांकेतिक चेक, बिहार शताब्दी असंगठित कार्य क्षेत्र कामगार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत निर्मित भवन की चाबी लाभुकों को प्रदान किया. 

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 21.02 लाख रुपये की लागत से प्राथमिक विद्यालय परसौनी हिंदी भवन का जीर्णोद्धार एवं परिसर का सौंदर्गीकरण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया. इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने त्रिवेणीगंज मुख्य बाजार में प्रस्तावित बाईपास का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को रेखाचित्र के माध्यम से बाईपास निर्माण कार्य के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इसकी लंबाई 6 किमी है और इसकी प्राक्कलित राशि 50 करोड़ रुपये है. इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित पिपरा बाजार बाईपास का भी स्थलीय निरीक्षण किया. प्रस्तावित पिपरा बाईपास बाजार के बारे में अधिकारियों ने मानचित्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को बताया कि इसकी लंबाई 6 किमी होगी और इसकी प्राक्कलित राशि 50 करोड़ रुपये होगी. साथ ही अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से जोड़ने के लिए सिमराही बाजार में 1.2 किमी लंबाई का फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा, जिसकी प्राक्कलित राशि 95 करोड़ रुपये होगी. मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान कहा कि दोनों बाईपास के बन जाने से लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी. यह सब अच्छी योजना है, इस पर ठीक ढंग से काम करें.मुख्यमंत्री ने सुपौल जिला मुख्यालय स्थित सुधा डेयरी के विस्तारीकृत 24.13 करोड़ रुपये की लागत वाली डेयरी संयंत्र का शिलापट्ट अनावरण कर उ‌द्घाटन किया और बटन दबाकर संयंत्र का शुभारंभ किया. इस दौरान मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट को देखा और इसके कार्य पद्धति के बारे में जानकारी ली. 

मुख्यमंत्री ने सुपौल के 888.31 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित नगर भवन का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया. नवनिर्मित नगर भवन में ही 15 नवनियुक्त महिला पर्यवेक्षिका, वृहद् आश्रय गृह, सुपौल के अंतर्गत 15 नवनियुक्त बाल गृह (बालक) कर्मी तथा 54 नवनियुक्त गृह रक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ नवनियुक्त कर्मियों को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया. साथ ही मुख्यमंत्री ने नगर भवन परिसर से ही सुपौल जिला से संबंधित विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित नगर भवन परिसर के बगल में बने तालाब का निरीक्षण किया और कहा कि यह बहुत अच्छा तालाब बना है. लोग सुबह-शाम यहां पर टहलने-घूमने आएंगे तो उन्हें अच्छा लगेगा. इसके बाद मुख्यमंत्री ने सुपौल के आउटडोर स्टेडियम के सौंदर्गीकरण एवं जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना. स्टेडियम के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि इस स्टेडियम का बेहतर ढंग से जीर्णोद्धार कराएं ताकि खिलाड़ी यहां पर बेहतर ढंग से खेल-कूद सकें और साथ ही खिलाड़ियों की खेल-कूद से संबंधित सुविधाओं की समुचित व्यवस्था कराएं. 

कार्यक्रम के दौरान जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा सह योजना एवं विकास विभाग के मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी, समाज कल्याण मंत्री सह सुपौल जिला के प्रभारी मंत्री मदन सहनी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री नीरज कुमार सिंह, सांसद दिलेश्वर कामत, विधायक रामविलास कामत, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, विधायक वीणा भारती, जदयू जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एन विजयालक्ष्मी, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुड्कलकट्टी, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष शीर्षत कपिल अशोक, कोसी प्रमंडल के आयुक्त राजेश कुमार, कोसी प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक मनोज कुमार, जिलाधिकारी कौशल कुमार, पुलिस अधीक्षक शैशव यादव सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
(नि. सं.)
मुख्यमंत्री ने सुपौल में ₹298 करोड़ की 210 योजनाओं का किया रिमोट से उद्घाटन और शिलान्यास मुख्यमंत्री ने सुपौल में ₹298 करोड़ की 210 योजनाओं का किया रिमोट से उद्घाटन और शिलान्यास Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 20, 2025 Rating: 5

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