काशी के तर्ज पर सिहेंश्वर में होगा दिव्य संध्या का आयोजन, हर हर महादेव के जयकारे के साथ होगी महाआरती
सिंहेश्वरनाथनाथ मंदिर परिसर स्थित शिवगंगा के पावन तट पर अब अयोध्या और काशी के तर्ज पर दिव्य संध्या महाआरती होगी ।
सिहेंश्वर मंदिर पूजारी तापस पंडा समाज श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 4 नवंबर को श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के छठे स्थापना दिवस से रविवार शाम को आरती किया जाएगा। इस बाबत सिंहेश्वर मंदिर में तापस पंडा समाज व फाउंडेशन के बीच बैठक आहूत की गई।
इस बैठक में निर्णय लिया गया कि सिहेंश्वर को राष्ट्रीय पहचान व सांस्कृतिक उत्थान के तहत सिहेंश्वर मंदिर पूजारी तापस पंडा समाज व श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में शिवगंगा तट पर काशी व अयोध्या के तर्ज पर दिव्य संध्या सह महाआरती का आयोजन किया जाएगा। इससे पहले फाउंडेशन के द्वारा हिंदू नव वर्ष के अवसर पर भव्य आरती किया गया था। हरेक रविवार को शिव गंगा संध्या में शिव आराधना सह महाआरती की जाएगी। इस आरती में श्रद्धालुओं के बीच दीपक की ज्वाला, शंखनाद, डमरू की आवाज, शंख की ध्वनी, हर हर महादेव के जयकारे के साथ भक्त शामिल होंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ 4 नवम्बर को, हरेक रविवार को होगा आरती कार्यक्रम:
बैठक में निर्णय लिया गया कि कार्यक्रम का नाम 'दिव्य संध्या सिंहेश्वर धाम' होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ 4 नवम्बर को होगा व अनवरत चलता रहेगा। तापस पंडा समाज के द्वारा महाआरती किया जाएगा। वहीं आरती में सभी प्रकार की व्यवस्था जैसे दीपक, डमरू, घंटी, रोशनी, बैठने की व्यवस्था, साउंड की व्यवस्था फाउंडेशन के द्वारा उपलब्ध होगा. कहा गया कि महाआरती में प्राप्त दान, दक्षिणा पर पूरा अधिकार पंडा समाज का होगा। कार्यक्रम के दौरान फाउंडेशन को प्राप्त दान दिव्य - संध्या बाबा सिंहेश्वर धाम के कार्यक्रमों के व्यवस्था में खर्च किया जाएगा। पूजन सामग्री की साफ सफाई और रखरखाव की जिम्मेदारी फाउंडेशन और तापस पंडा समाज की संयुक्त रुप से होगी।
(नि. सं.)
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