मुरलीगंज आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका ने बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रखंड परिसर स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय पर लगातार 13 दिन दिन हड़ताल जारी रखा इस दौरान उन्होंने कई नारे लगाए. हमारी मांगे पूरी हो चाहे जो मजबूरी हो, 6 हजार में दम नहीं 20 हजार से कम नहीं.
आयोजन का नेतृत्व संघ के प्रखंड अध्यक्ष मंजू कुमारी ने किया. वहीं मामले में सचिन ने बताया कि पांच सूत्री मांगों को लेकर बिहार की सभी सेविका सहायिका आंगनबाड़ी केन्द्रों पर तालाबंदी कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जब तक सरकार द्वारा हम सभी की मांगों पर सकारात्मक विचार नहीं किया जाता तब तक संघ के आह्वान पर लगातार अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा.
5 सूत्री मांगों में मुख्य रूप से बिहार सरकार द्वारा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि 10 हजार सुनिश्चित की जाए. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आरोप में बिहार में भी ग्रेच्युटी का भुगतान करना सुनिश्चित किया जाए. केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए सी एवं डी ग्रेड में समायोजन किया जाए. जब तक सरकारी कर्मी का दर्जा प्राप्त नहीं होता तब तक ₹20 हजार का मानदेय दिया जाय.
योग्य सहायिका से सेविका में बहाली के लिए अतिरिक्त 10 अंक का बोनस देने का प्रावधान लागू किया जाए. सेविका को पर्यवेक्षिका के रूप में समय-समय पर बहाल किया जाए. 16 मई 2017 और 20 जुलाई 2022 के समझौते के आलोक में लंबित मुद्दों का भुगतान किया जाए.
मौके पर शोभा देवी, पूनम कुमारी, कंचन कुमारी, रेखा कुमारी, नीतू कुमारी, ललिता सोरेन, रिंकू कुमारी, रेणु देवी, कुमारी कंचनमाला, कुमारी अंजना भारती, मीरा देवी, पुतुल कुमारी, ब्यूटी कुमारी, रीमा कुमारी, सुनीता देवी, नीना सिंह, रंजना कुमारी, गुंजन देवी, समीक्षा कुमारी, सुलेखा कुमारी, कंचन कुमारी, रश्मि मुर्मू, मीना देवी, विभा कुमारी, नीतू कुमारी, आशा कुमारी, अनुज रानी, अरुणा देवी, कुमारी सुधा, पूनम कुमारी, नजराना खातून, यशोदा देवी, जयंती कुमारी, वीणा कुमारी, सविता कुमारी सहित प्रखंड के सभी आंगनबाड़ी सहायिका एवं सेविका मौजूद थी.
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