पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में लायंस क्लब मधेपुरा रॉयल के अध्यक्ष लायन किशोर कुमार ने कहा कि भले ही भारत में रोजगार पाने के लिए अंग्रेजी की अनिवार्यता हो लेकिन हिन्दी हमारे देश का गर्व है. हम जिस भाषा में सोचते हैं वही हमारी असली भाषा होती है. हिन्दी को राष्ट्र भाषा से आगे बढ़ कर राजभाषा बनाए जाने की जरूरत है.
वहीं सचिव लायन रूपेश कुमार ने कहा कि अंग्रेजी जरूर सीखें लेकिन हिंदी को अपने हृदय में बसा कर रखें. चीन, जापान, फ्रांस आदि देश में उनकी अपनी भाषा में ही शिक्षा होती है. सरकार की भाषा भी उनकी अपनी भाषा है लेकिन हम अंग्रेजी को छोड़ नहीं पाए. अब देश में हिंदी के प्रति स्थिति बदल रही है.
कोषाध्यक्ष लायन कुंदन कुमार ने हिंदी को अच्छे तरीके से सीखने की हिदायत देते हुए कहा कि सभी भाषा अच्छी होती है लेकिन मातृभाषा मां के समान होती है. वहीं लायन अमोद कुमार ने कहा कि सरकार हिन्दी को राजभाषा बनाए तभी हिन्दी का सही अर्थ में सम्मान होगा.
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर मंजेश, आदित्य रहे. वहीं द्वितीय स्थान पर अंकित, साक्षी रहे. काव्या, पिन्टू, आनंद, स्वाती और साक्षी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ. प्रतियोगिता में शामिल हुए सभी विद्यार्थियों को पारितोषिक प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया. इस दौरान स्कूल के सभी छात्र मौजूद थे
वहीं लायंस क्लब मधेपुरा रॉयल ने एक जरूरतमंद मरीज को रक्त दान कर मिसाल कायम किया. भवानीपुर गांव की आंचल कुमारी को ए पॉजिटिव खून की सख्त जरूरत थी. उनका हीमोग्लोबिन बहुत कम हो गया था. जैसे ही लायंस क्लब मधेपुरा रॉयल के अध्यक्ष किशोर कुमार को इसकी जानकारी मिली, उन्होंने लायन अरुण कुमार की सहायता से रक्त प्रबंध कराया. सिंहेश्वर जोगबनी के रक्तवीर अमरेश कुमार ने अपना रक्तदान किया. किशोर कुमार ने उनका धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि लायंस क्लब रॉयल हमेशा जरूरतमंदों के लिए खड़ा है. लायंस क्लब के संस्कार की लौ ज्यादा से ज्यादा लोगों के हृदय में जला कर रहेंगे.

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