डेढ़ बजे जैसे ही होलिका दहन के लिए जमा लकड़ी की अटालिका में आग लगाया गया कि सिंहेश्वर वासी खुशी से झूम उठे और नाचने गाने लगे. अबीर के जगह चंदन लगा कर होली खेली. पूरे समाज को एकता के सूत्र में पिरोने वाला इस पर्व में लोग जम कर नाचे. होलिका दहन के अग्नि में नाचते गाते लोगों ने परिक्रमा की और अपने फसल की बाली को उस अग्नि में सिझाया. जिसमें ग्राम वासियों के साथ बीडीओ आशुतोष कुमार और थानाध्यक्ष अरूण कुमार भी लोगों के बीच शामिल थे. उसके बाद लोगों ने एक दूसरे को अबीर लगा कर होली की शुरूआत की. पूरे नगर पंचायत वासियों ने होलिका दहन के अग्नि में पापड़ सेक कर खाने का लुत्फ उठाया और होलिका दहन की अग्नि को भी अपने अपने घर ले गए.
मौके पर वस्त्र व्यापार संघ के अध्यक्ष अरविंद प्राणसूखका, व्यापार संघ के महासचिव अशोक भगत, दिलिप खंडेलवाल, स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष इंद्रदेव स्वर्णकार, राजीव कुमार बबलू, किसनू शर्मा, कन्हैया अग्रवाल, विशंभर स्वर्णकार, अरूण भगत, प्रकाश जयसवाल, प्रमोद चौधरी, संजीव कुमार शर्मा, लेखराज, हरिओम कुमार, सुमित वर्मा आदि मौजूद थे.
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