बीएनएमयू मुख्यद्वार पर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने घंटो सरकार विरोधी नारे लगाकर प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री के पुतले जलाए. विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि आरएसएस और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार लोकतंत्र को कुचल रही है. विपक्ष को दबाने का हर हथकंडा अपना रही है. कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी की सदस्यता सदन में खत्म करना लोकतंत्र की हत्या है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कायर है. वो राहुल गांधी से भयभीत है. क्योंकि राहुल गांधी ने लगातार देश के कमजोर, किसान, मजदूर, व्यवसाई, छात्र और युवाओं के सवालों को मुखरता से उठाया है. उन्होंने सरकार के जनविरोधी नीतियों को बेनकाब किया है. यही कारण है कि सरकार राहुल गांधी को डराना चाहती है.
जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि कांग्रेस ने अंग्रेजो से लड़कर इस देश को आजादी दिलाई है. जिसे अंग्रेजों की गोलियां नही डरा पाई उसे मोदी की तानाशाही क्या डराएगी. आज यह लड़ाई देश को बचाने की लड़ाई बन गई है, लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई बन गई है. आज देश की आवाम को सड़को पर उतरकर तानाशाहों और फासीवादी ताकतों को उनकी औकात दिखाने का समय है. आगामी 27 मार्च को पटना में मोदी सरकार के तानाशाही के खिलाफ विशाल विरोध मार्च निकाला जाएगा और उसके बाद मधेपुरा में एनएसयूआई विशाल आक्रोश मार्च निकाल कर सरकार के तानाशाही और हिटलरशाही के खिलाफ आंदोलन का आगाज करेगी.
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई जिला महासचिव नवीन कुमार, जिला सचिव सोनू कुमार, घैलाढ प्रखंड संयोजक अमरेश कुमार, सुमन कुमार, दिवेश कुमार, प्रवीण कुमार, प्रवीण कुमार, मनीष कुमार, सुदर्शन सिंह, अवनीश कुमार, रामसेठ कुमार, भारतेंदु कुमार, बिमलेश कुमार, सोनू कुमार, रजनीश कुमार, जितेन्द्र कुमार जीतू, ज्योतिष कुमार, सुशांत कुमार, जयकिशन कुमार, कृष्णमोहन कुमार, मानव कुमार, रंजीत बाबू समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.

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