कार्यक्रम में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सावित्री बाई फुले के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि माता सावित्री बाई फुले देश में महिला सशक्तिकरण व नारी मुक्ति आंदोलन की प्रेरणा, भारतीय महिला में शिक्षा की अलख जगाने वाली महान समाज सुधारिका, क्रांतिज्योति, विद्रोही कवियत्री, शिक्षा और समानता की प्रबल समर्थक थी. उन्होंने समाज में व्याप्त छुआछूत, लैंगिक भेदभाव, महिला शिक्षा, बाल विवाह, विधवा विवाह पर समाज में जागरूकता के लिय अभियान चलाया.
जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि परंपरा और धर्म के नाम पर समाज में व्याप्त दमनकारी सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई थी. देश में प्रथम महिला स्कूल की स्थापना कर उन्होंने देश की आधी आबादी को मुख्यधारा में लाने का सबसे बड़ा योगदान दिया. इन सब कार्यों के वजह से समाज के रूढ़िवादी तत्वों ने उनका पुरजोड़ विरोध किया, फुले दंपति को प्रताड़ित करने का प्रयास किया लेकिन इन सब बातो से इतर सावित्री बाई फुले ने महिला शिक्षा और समानता के लिय अपने संघर्ष को जारी रखा. माता सावित्री बाई फुले और ज्योतिबा फूले ने आधुनिक भारत की नीव रखी थी.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से एनएसयूआई विश्वविद्यालय अध्यक्ष नीतीश यादव, जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, जिला महासचिव नवीन कुमार, गम्हरिय प्रखंड संयोजक नीतीश कुमार, आशीष कुमार, सुमन झा, आयुष कुमार, मिथलेश कुमार, ऋतिक कुमार, अभिनव कुमार, मनीष कुमार, अमरेश कुमार, मन्नू कुमार, अमित कुमार, अमरदीप अमन, वशिष्ठ कुमार, भवेश कुमार, उज्जवल कुमार, सच्चम कुमार समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.

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