जानकारी के अनुसार मृतक सुपौल जिला के पिपरा थानांतर्गत थुम्हा निवासी मुन्ना चौधरी अपना इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में लगभग 15 दिन पहले भर्ती हुए थे. जहां लगातार उनका इलाज चल रहा था. 15 दिन पहले वह अपने शुगर काफी बढ़ जाने के कारण इलाज कराने अपने परिजन के साथ पहुंचे थे. इसी बीच रविवार के देर शाम उनकी आत्महत्या की खबर मेडिकल कॉलेज में फ़ैल गई.
मृतक के भाई अशोक चौधरी ने बताया कि उनके भाई का इलाज चार नंबर बिल्डिंग के पहले तल में चल रहा था. आज रविवार को देर शाम वह अपने बेड पर नजर नही आए जिसके बाद पूरे मेडिकल कॉलेज में उनकी खोजबीन शुरू कर दी गई । खोजते खोजते चार नंबर बिल्डिंग के पांचवें तल पर लुंगी से लटका हुआ उनका शव बरामद हुआ । भाई अशोक चौधरी ने बताया कि वह अपने बीमारी और आर्थिक तंगी से परेशान था. इससे पूर्व दिल्ली में भी इलाज के दौरान उसने आत्महत्या की कोशिश की थी लेकिन उस समय उसे समझा बुझा दिया था।
पत्नी नीलम देवी ने बताया कि उसके ऊपर करीब ₹60000 कर्ज था जो उसे बार-बार परेशान करता था । पत्नी ने बताया कि कोरोना के समय करीब 2 वर्ष वह घर पर ही बैठे रहे । उनका एक कबाड़ का व्यवसाय था जो कोरोना के समय बर्बाद हो गया । अभी उसके बाद ऑटो चलाना शुरू किया जिस में भी खासी सफलता नहीं मिली । घर में दो बेटी की शादी, बढ़ते कर्ज से और अपने बीमारी से परेशान होकर आज उसने आत्महत्या कर लिया ।
घटना की जानकारी पाकर मौके पर सिंघेश्वर पुलिस पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है ।

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