गर्व के पल: मधेपुरा निवासी और IEM कोलकाता के असिस्टेंट प्रोफेसर गुंजन कुमार की टीम ने जीता सोलर डेकाथलॉन इंडिया अवार्ड, सरकार द्वारा हुए सम्मानित

ये सम्मान न सिर्फ अपने विषय और बढ़ते विज्ञान के लिए अनूठा है बल्कि कोसी के लिए भी एक गर्व का क्षण है. मधेपुरा निवासी और इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कोलकाता के असिस्टेंट प्रोफेसर गुंजन कुमार की टीम ने अतिप्रतिष्ठित सोलर डेकाथलॉन इंडिया अवार्ड जीत कर दर्शा दिया है कि हम ऐसे क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं जो देश के विकास में बेहद अहम स्थान रखता है. असिस्टेंट प्रोफेसर गुंजन कुमार की टीम को सरकार द्वारा सम्मानित किया जाना एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है.

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोलर डेकाथलॉन इंडिया (SDI) पुरस्कार प्राप्त करने के लिए NIVAS 2.0 टीम को सम्मानित किया.

सहायक प्रोफ़ेसर गुंजन कुमार और इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कोलकाता के छात्रों ने अपनी टीम NIVAS 2.0 के साथ नई दिल्ली में आयोजित सोलर डेकाथलॉन इंडिया डिजाइन चैलेंज 2021-22 में मल्टीफैमिली हाउसिंग डिवीजन में सोलर डेकाथलॉन इंडिया अवार्ड जीता है. इस परियोजना में उनका रियल स्टेट पार्टनर महिंद्रा लाइफ स्पेस है और इंडस्ट्री पार्टनर डिजाइन टू ऑक्यूपेंसी (D20), लॉयड इंसुलेशन (इंडिया) लिमिटेड है.

केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान,  राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पृथ्वी विज्ञान, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष डॉ. जितेंद्र सिंह ने 1 जुलाई 2022 को ताजमहल होटल, नई दिल्ली में सहायक प्रोफेसर गुंजन कुमार और छात्रों को सम्मानित किया.

डॉक्टर सिंह जो इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे, ने सोलर डेकाथलॉन इंडिया के प्रतिभागियों और विजेताओं को वास्तविक, लाइव-बिल्डिंग परियोजनाओं को शुरू करने और अभिनव समाधान विकसित करने के लिए बधाई दी. उनके अनुसार सोलर डेकाथलॉन इंडिया (SDI) अगली पीढ़ी के वास्तुकारों. इंजीनियरों और उद्यमियों के विकास में सहायता कर रहा है, जो राष्ट्र के नेट जीरो मिशन और भारत के सतत विकास लक्ष्य के अनुरूप नेट-जीरो-उर्जा भवनों को विकसित कर सकते हैं.

सोलर डेकाथलॉन इंडिया का आयोजन भारत-अमेरिका विज्ञान और प्रौद्योगिकी फोरम (IUSST) के तत्वावधान में किया जाता है, यह भारत सरकार और अमेरिकी विदेश विभाग की संयुक्त पहल है. सोलर डेकाथलॉन इंडिया भारतीय संस्थानों के स्नातकोत्तर और स्नातक छात्रों के बीच एक चुनौती है कि वे भवन क्षेत्र के माध्यम से जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए वास्तविक, जीवंत परियोजनाओं के लिए शुद्ध-शून्य-उर्जा-पानी, किफायती और लचीला डिजायन समाधान सीखें और डिजाइन करें. 

सहायक प्रोफेसर गुंजन कुमार IIT (ISM) धनबाद के पूर्व छात्र और जादवपुर विश्वविद्यालय के शोधकर्ता ने अपनी टीम के छात्रों के साथ एक अभिनव क्लाउड आधारित स्मार्ट बिल्डिंग सिस्टम विकसित किया है जो इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IOT) और मशीन लर्निंग इंटीग्रेशन के माध्यम से उपभोक्ता बिजली बिल को बचाएगा. श्री कुमार को उनकी बेहतरीन सलाह और चल शोध कार्य के लिए सोलर डेकाथलॉन इंडिया 2021 में सर्वश्रेष्ठ फैकेल्टी लीड से भी सम्मानित किया गया.

बताते चलें कि असिस्टेंट प्रोफेसर गुंजन कुमार मधेपुरा जिले के ग्वालपाड़ा प्रखंड के शाहपुर निवासी अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापक विजेंद्र यादव के पुत्र हैं. उनकी हाई स्कूल की शिक्षा मधुराम हाई स्कूल ग्वालपाड़ा से हुई, जिसके बाद उन्होंने बीटेक की पढ़ाई मैकेनिकल इंजीनियरिंग से भारती विद्यापीठ पुणे से की तथा मास्टर की डिग्री IIT (ISM) धनबाद से धनबाद से पूरी की. वर्तमान में वे इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कोलकाता में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं और जादवपुर यूनिवर्सिटी से बिल्डिंग रिसर्च पर काम कर रहे हैं. इससे पूर्व इस इंडस्ट्री में वह 8 साल पहले से काम कर रहे हैं और 2014 के बाद से अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए अध्यापन का कार्य बेहतरीन तरीके से अंजाम दे रहे हैं. हम यह भी बताते चलें कि प्रोफेसर गुंजन कुमार मधेपुरा की बेहतरीन गायनोकॉलिज्स्ट डॉ. नायडू कुमारी के भाई हैं.

(रिपोर्ट: आर. के. सिंह)

गर्व के पल: मधेपुरा निवासी और IEM कोलकाता के असिस्टेंट प्रोफेसर गुंजन कुमार की टीम ने जीता सोलर डेकाथलॉन इंडिया अवार्ड, सरकार द्वारा हुए सम्मानित गर्व के पल: मधेपुरा निवासी और IEM कोलकाता के असिस्टेंट प्रोफेसर गुंजन कुमार की टीम ने जीता सोलर डेकाथलॉन इंडिया अवार्ड, सरकार द्वारा हुए सम्मानित   Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 04, 2022 Rating: 5

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