इस्लाम धर्म के प्रमुख त्योहारों में से बकरीद को ईद उल अजहा भी कहा जाता है. ईद उल फितर के बाद मुसलमानों का दूसरा सबसे बड़ा त्यौहार है. इस मौके पर ईदगाह और मस्जिदों में विशेष नमाज अदा की जाती है. ईद का पर्व आज मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र मीरगंज सिंगयान, रजनी, प्रखंड के अन्य जगहों पर भी हर्षोल्लास के साथ बकरीद मनाया गया. बड़ी संख्या में भीड़ ने अमन चैन की दुआ बकरीद के मौके पर नमाज अदा करने के दौरान खुदा से अमन चैन की दुआएं मांगी. इस मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ देखी गई. मीठी ईद के 70 दिनों के बाद बकरीद का त्यौहार मनाया जाता है जिसमें मस्जिदों में नमाज अदा करने के बाद बकरे की कुर्बानी दी जाती है.
दो साल से नहीं हो सकी थी कुर्बानी
इस्लाम धर्म के प्रमुख त्यौहार में से एक बकरीद को ईद उल अजहा भी कहा जाता है. इस मौके पर ईदगाह या मस्जिदों में विशेष नमाज अदा की जाती है. पिछले 2 सालों से कोविड- के कारण बकरों की मंडी नहीं सजी थी जिसकी वजह से 2 साल से त्यौहार पर सही से कुर्बानी नहीं हो सकी थी.
आज ईदगाह में जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिल कुमार मुरलीगंज थाना अध्यक्ष राजकिशोर मंडल सहित महिला एवं पुरुष पुलिसकर्मी मौजूद थे.
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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July 10, 2022
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