विस्तृत रिपोर्ट: बेखौफ अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े जदयू नेता प्रदीप साह की गोली मारकर की निर्मम हत्या

मधेपुरा जिले के बिहारीगंज प्रखंड अंतर्गत हथिऔंधा पंचायत वार्ड नंबर 10 निवासी प्रदीप कुमार साह जो पिछले 10 वर्षों से जनता दल यू में एक वरिष्ठ कार्यकर्ता सह प्रदेश महासचिव अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के रूप में अपनी अहम भूमिका निभा रहे थे, आज सुबह के 9:30 बजे जब वे अपने वार्ड नंबर 10 स्थित पुराने आवाज से नए आवास वार्ड नंबर 4 भातुसाह उच्च विद्यालय के गेट के सामने आवास पर आए ही थे और इसी बीच मोबाइल पर बात कर रहे थे कि इसी दौरान बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने आकर पहले कुछ पूछा. फिर हथियार निकालकर सिर में गोली मार दी. गोली लगने के उपरांत मूर्छित होकर गिर गए. परिजन एवं आसपास के लोगों ने गोली चलने की आवाज सुनकर उधर दौड़े तो देखा की प्रदीप कुमार साह नीचे गिरे हुए हैं और कुछ अपराधी मोटरसाइकिल पर भाग रहे थे. आनन-फानन में स्थानीय लोगों एवं परिजनों द्वारा उन्हें घायल अवस्था में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिहारीगंज लाया जो कि घर से 200 मीटर की दूरी पर है लेकिन परिजनों ने बताया कि जब अस्पताल ले गए तो वहां मौके पर कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे. 15-20 मिनट के बाद डॉक्टर आए और देखने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.

गोली लगने से प्रदेश महासचिव अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की मौत से सारा बिहारीगंज एक बार स्वत: स्फूर्त दुकान की शटर गिरने लगे और बाजार पूरी तरह बंद हो गया. परिजनों एवं सगे संबंधियों द्वारा शव को एंबुलेंस मैं रख कर स्टेशन रोड चौराहा सुभाष चौक पर रख कर आवागमन को पूरी तरह बाधित कर दिया. स्टेट हाईवे 91 के आवागमन को बाधित करने से मैट्रिक के परीक्षार्थियों को उठानी पड़ी परेशानी.

वहीं हत्या के विरोध में स्थानीय लोगों एवं परिजनों द्वारा स्टेट हाईवे 91 बाईपास को भी टायर जलाकर उदाकिशुनगंज की ओर पूरी तरह बाधित कर दिया, जिससे मैट्रिक के परीक्षार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन कुछ देर बाद जाम कर रहे लोगों द्वारा एडमिट कार्ड देखने के उपरांत परीक्षार्थियों को जाने दिया जाने लगा.

वहीं मौके पर पहुंचे उदाकिशुनगंज अनुमंडल पदाधिकारी राजीव रंजन सिन्हा एवं उदाकिशुनगंज अनुमंडल आरक्षी पदाधिकारी एवं सतीश कुमार उदाकिशुनगंज थाना प्रभारी, इंस्पेक्टर जयप्रकाश चौधरी, स्थानीय लोग एवं राजनीतिक कार्यकर्ता पंचायत प्रतिनिधि प्रखंड प्रमुख सहित परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन सुबह के 9:30 बजे से लेकर के शाम के 4:10 तक वे लोग लगभग 7 घंटे तक बाजार पूरी तरह बंद एवं सभी सड़कें जाम रही. 

मौके पर पूर्व जिला परिषद एवं वर्तमान मुखिया पति अखिलेश यादव सरपंच पति मोहम्मद कलाम एवं जदयू के वरिष्ठ कार्यकर्ता दयानंद शर्मा, किसान प्रकोष्ठ नेता कुंदन यादव, सुजीत कुमार मेहता, मोहम्मद आजाद, नरेश पासवान, अभय कुमार मेहता, सभी जनप्रतिनिधियों ने दिनदहाड़े बेलगाम अपराधियों द्वारा हत्या को लेकर वरीय पदाधिकारियों से काफी देर तक सुरक्षा के माहौल पर विचार विमर्श किया लेकिन परिजनों द्वारा जिले के आरक्षी अधीक्षक एवं जिला पदाधिकारी के आश्वासन के बाद शव को पोस्टमार्टम में भेजने की बात पर अड़े थे.

अंततः 4:10 पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने परिजनों से वार्ता की और पुनः एसडीपीओ द्वारा मामले का जल्द उद्भेदन कर अपराधियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद 4:15 पर जाम समाप्त कर दिया गया एवं पंचनामा के उपरांत शव को पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा भेज दिया गया.

हत्या की वजह पर स्थानीय लोगों द्वारा कई तरह की बातें बताई गई. वहीं मृतक प्रदीप कुमार साह के विषय में जानकारी दी गई को वे जनता दल यू में बेबाक और स्पष्टवादी खड़ी बोली के लोग थे. वे पार्टी में अपनी अलग पहचान रखते थे. आज तक पार्टी की मीटिंग में जहां स्थानीय विधायक मौजूद होते थे वहां वे नहीं जाते थे. स्थानीय जनता दल यू के विधायक द्वारा एवं पार्टी द्वारा जब भी बैठक बुलाई जाती थी जहां विधायक मौजूद होते थे प्रदीप साह जाने से बचने का प्रयास करते थे.

प्रदीप कुमार शाह की हत्या के पीछे स्थानीय लोगों द्वारा कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. कुछ लोगों ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि राजनीतिक रंजिश यहां बहुत पहले से चल रही थी. 2017 में प्रखंड प्रमुख के चुनाव में प्रदीप कुमार साह ने किंग मेकर की भूमिका निभाई थी. पुनः उप प्रमुख का चयन किया गया था.

वहीं कुछ लोगों ने कहा कि इस 2021 के पंचायत चुनाव में पंचायत समिति के चुनाव में भी वे खड़े हुए थे लेकिन चुनाव हार गए. वहीं स्थानीय लोगों ने अपना नाम नहीं छपवाने के शर्त पर कहा कि चुनावी रंजिश इस बार की भी थी और पहले से ही चली आ रही थी. कहीं ना कहीं हत्या चुनावी रंजिश के कारण हुई है. वहीं कई लोगों ने बताया कि बिहारीगंज अब नगर पंचायत हो चुका था और नगर पंचायत चुनाव में भी वे अहम भूमिका निभाने वाले थे. इनके स्पष्टवादी होने के कारण पार्टी के और शहर के भ्रष्ट लोगों के आंखों में कांटे की तरह चुभ रहे थे. ये हमेशा गलत का विरोध करते थे चाहे वह कोई भी क्यों ना हो.

अनिल कुमार बंधु ने जानकारी देते हुए बताया कि मामला चाहे जो भी रहा हो एक नेक दिल इंसान और स्पष्ट वादी इंसान की हत्या वह भी दिनदहाड़े एक बड़ी और सुरक्षा की भावना हम लोगों के बीच घिर आई है.

गौरतलब हो कि प्रदीप कुमार साह अपने पीछे अपनी पत्नी बिंदु देवी उम्र 45 वर्ष, बड़ा लड़का सुनील कुमार जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई ग्वालियर में कर रहा है. छोटा लड़का अनिल कुमार एवं उससे छोटा लड़का सुभाष कुमार पटना में रहकर पढ़ाई करता है. वहीं एक बेटी जिसकी शादी हो चुकी है, साथ ही अपने पीछे अपनी बूढ़ी मां दुखनी देवी उम्र 75 वर्ष को छोड़ गए.



विस्तृत रिपोर्ट: बेखौफ अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े जदयू नेता प्रदीप साह की गोली मारकर की निर्मम हत्या विस्तृत रिपोर्ट: बेखौफ अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े जदयू नेता प्रदीप साह की गोली मारकर की निर्मम हत्या Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 18, 2022 Rating: 5

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