पीडीएस दुकानदार के द्वारा कालाबाजारी के खिलाफ अबतक प्राथमिकी नहीं हुई दर्ज

मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत दीनापट्टी सखुआ पंचायत के पीडीएस दुकानदार के द्वारा कालाबाजारी के तहत बेची गई 17 बोरी चावल को किया प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के हवाले लेकिन 24 घंटे बाद भी मामले में नहीं हुई प्राथमिकी दर्ज

प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी नहीं उठाते हैं फोन अनुमंडल अधिकारी ने मामले में कुछ भी कहने से किया इनकार 

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत दीनापट्टी सखुआ पंचायत अंतर्गत तिलकोड़ा के जन वितरण प्रणाली, अनुज्ञप्ति धारी दुकानदार आरती देवी पति अनिल यादव द्वारा जन वितरण प्रणाली में आए 17 बोरे चावल को आरती देवी के पति अनिल यादव द्वारा कालाबाजारी में 17 दिसंबर की रात गांव के ही एक दुकानदार पप्पू दास के हाथ बेच दिया. ग्रामीणों को इसकी भनक लगी और ग्रामीणों ने पप्पू दास के आंगन से 17 बोरा चावल पकड़ने के उपरांत इसकी सूचना तुरंत प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी मुरलीगंज प्रभाष कुमार मंडल को दी. मौके पर ग्रामीणों ने जन वितरण प्रणाली के चावल को प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी एवं एक चौकीदार के समक्ष सौंप दिया.  



मौके पर मौजूद ग्रामीणों द्वारा जब इस मामले में दुकानदार पप्पू दास से पूछा गया तो उसने बताया कि यह चावल हमने आरती देवी जन वितरण प्रणाली के दुकानदार से खरीदा है और रात के 8:00 बजे इसे हम लाए हैं. जब ग्रामीणों द्वारा यह पूछा गया की रात में 8:00 बजे क्यों लाए हैं तो उसने बताया कि वही बोलते हैं कि दिन के उजाले में मत ले जाओ रात को ले जाना, वरना ग्रामीण देख लेंगे. वहीं जब ग्रामीणों द्वारा पूछा गया कि आप इसे कितने में खरीदते हो तो कालाबाजारी के चावल खरीदने वाले दुकानदार पप्पू दास ने बताया कि हम इसे 18 से ₹20 में खरीदते हैं और बेचने के सवाल पर उसने बताया कि हम इसे ₹22 की दर से बेचते हैं.

मामले में जानकारी देते हुए ग्रामीण जय कुमार यादव ने बताया कि जब हम लोगों ने कालाबाजारी के चावल खरीदने वाले दुकानदार के मामले में पूछा तो उन्होंने कहा कि हम ऐसे ही बराबर खरीदते हैं. इसे 18 से ₹20 में खरीदते हैं और ₹22 में बेचते हैं. वहीं ग्रामीण मोहम्मद ने बताया कि जब हम लोग चावल के लिए जाते हैं तो हमें हमेशा दुत्कार कर भगा दिया जाता है, नहीं तो कहता है कि मिट्टी मिला हुआ चावल लेना है तो लो नहीं तो चले जाओ. वहीं गंगिया देवी, रूबी देवी, पकिया देवी ने बताया कि हम महादलित हैं तो क्या हुआ इंसान नहीं हैं, हम राशन की दुकान पर जाते हैं तो राशन नहीं दिया जाता है और कहता है चले जाओ राशन नहीं आया है.

पंकज कुमार यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि 17 तारीख की रात जब हम लोग पेशाब करने के लिए उठे तो दुकानदार पप्पू दास द्वारा डीलर के यहां से चावल लेकर जा रहा था तो हमने रोककर पूछा कि कहां से ला रहे हो तो उसने बताया कि, हमें डीलर ने बेचा है इसे हम अपने दुकान ले जा रहे हैं.

72 घंटे बीत जाने के बाद भी मामले में अब तक ना तो प्राथमिकी दर्ज की गई है और ना ही कोई कार्रवाई हुई है. जब इस मामले को लेकर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी प्रभाष मंडल से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने फोन उठाते ही कहा कि कौन बोल रहे हो तुम, और मीडिया का नाम सुनते ही उन्होंने अपना मोबाइल जिसका नंबर 9939353599 स्विच ऑफ कर लिया. 

मामले में जब भारतीय खाद्य निगम के गोदाम पहुंचे और अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार से जानकारी मांगी तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया और कहा कि प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी आ रहे हैं उनसे आप इस मामले में पूछें.

जबकि ग्रामीणों द्वारा कालाबाजारी के चावल खरीदने वाले पप्पू दास के यहां से 17 बोरी चावल को पकड़कर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के हवाले किया गया. जिसमें पप्पू दास ने ग्रामीणों द्वारा बनाए गए वीडियो में यह कबूल किया है कि उसने पीडीएस दुकानदार आरती देवी पति अनिल यादव चावल खरीदा है. 

मौके पर मौजूद ग्रामीणों द्वारा अपना हस्ताक्षरित एवं राशन कार्ड संख्या सहित आवेदन प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के नाम लिखित में भी दिया. जिसमें महेंद्र ऋषिदेव, रघु ऋषिदेव, पप्पू कुमार यादव, सन्यासी यादव, पंकज कुमार, रवि कुमार, लालो देवी, मनोज कुमार, अमित कुमार, सर्वेश कुमार, संगीता देवी, महेंद्र ऋषिदेव, रघु ऋषिदेव, कुंदन ऋषिदेव, दिनेश यादव, अरविंद यादव, रामदेव ऋषिदेव, संतोष कुमार, धीरेंद्र राम, अमरेंद्र कुमार, प्रेम रंजन आदि मौजूद थे.\


पीडीएस दुकानदार के द्वारा कालाबाजारी के खिलाफ अबतक प्राथमिकी नहीं हुई दर्ज पीडीएस दुकानदार के द्वारा कालाबाजारी के खिलाफ अबतक प्राथमिकी नहीं हुई दर्ज Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 18, 2021 Rating: 5

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