कलश की पूजा आराधना के पश्चात कलश यात्रा का श्री गणेश हुआ । कलश यात्रा मे श्रीमद्भागवत प्रवाचक के साथ सैकड़ो परौहित पांव पैदल सागर सदन पहुंचे । यात्रा के दौरान एक तरफ की पुष्प वर्षा के साथ श्रध्दालु भक्ति गीत पर महिला पुरूष झूमते रहे और इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय बन गया था । कथा वाचक श्री पाठक अपने 40 सदस्य टीम के साथ आये हैं ।
कार्यक्रम मे राम निरंजन प्राणसुखका, अरूण प्राणसुखका, विनोद प्राणसुखका, श्रवण प्राणसुखका, वलदेव प्राणसुखका, सुरेश प्राणसुकखा, प्रमोद अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल, राज कुमार अग्रवाल हरि प्राणसुकखा, दामोदर प्राणसुकखा, जय प्रकाश, घनश्याम अग्रवाल, सखी अग्रवाल, मनीष सर्राफ, आनन्द, विकाश, राजेश सर्राफ उपस्थित थे।
कार्यक्रम की सफलता मे सुरेश कुमार प्राणसुखका, प्रमोद, मुकेश, प्रदीप का सराहनीय रहा ।
मालूम हो कि 24 वर्षीय श्रीमद्भागवत गीता कथा वाचक पंडित शिवम् विष्णु पाठक अपने बाल्यकाल से वृन्दावन मे बाल अनुरागी बने । उन्होने अब तक देश और विदेश में 89 जगहों पर श्रीमद्भागवत गीता व राम कथा वाचन किया है और अब वे 90वें कथा वाचक रूप में पधारे हैं ।
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