बताया गया कि कोशी नदी में पिछले पन्द्रह दिनों से लगातार जलस्तर बढ़ने से मोरसंडा, चिरौरी, फुलौत पूर्वी, फुलौत पश्चिमी, लौआलगान पूर्वी, लौआलगान पश्चिमी सहित पांच से अधिक पंचायतों के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. जिसके कारण संबंधित पंचायतों के अधिकांश जगहों में आवागमन बाधित हो गया है. बाढ़ से प्रभावित हुए इलाके का निरिक्षण करने पहुंचे जिला पदाधिकारी फुलौत के डाक बंगला चौक के पास अवस्थित बिजली धार के पास बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कई दिशा-निर्देश दिए.
उन्होंने फुलौत के बाद धनेशपुर होते हुए चिरौरी पंचायत के तीनमुंही, अजगैवा और मोरसंडा पंचायत के रामचरण टोला के पास करीब पांच साल पहले बाढ़ के पानी की तेज धारा से ध्वस्त हुए पुल की स्थिति का जायजा लिया. हालांकि रामचरण टोला में ध्वस्त हुए पुल के पास नये पुल का शिलान्यास होने के बाद निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए आरडब्लूडी के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया.
मौके पर एडीएम उपेंद्र कुमार, एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा, एसडीपीओ सतीश कुमार, बीडीओ रीना कुमारी, सीओ राकेश कुमार सिंह, जिला परिषद सदस्य अनिकेत कुमार मेहता, मुखिया बबलू ऋषिदेव, पंकज कुमार मेहता सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे.

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