किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून की प्रतियां जलाकर किया विरोध प्रदर्शन

मधेपुरा 5 जून 2021, तीन कृषि कानून अध्यादेश के रूप में विगत वर्ष आज के ही दिन पहली बार केंद्र सरकार द्वारा घोषित किए जाने के खिलाफ आज यहां बाम किसान संगठनों ने अनुमंडल कार्यालय मधेपुरा के समक्ष तीन कृषि कानून की प्रतियां जलाकर किया विरोध प्रदर्शन.   

विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे बिहार राज्य किसान सभा के प्रभारी एवं भाकपा नेता प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि किसानों की उपेक्षा नहीं सहेंगे, हमें कंपनी राज नहीं किसान राज चाहिए. यह तीन कृषि कानून किसान विरोधी काला कानून है, इसके माध्यम से खेती और किसानी को कारपोरेट के गुलाम बनाने की सुनियोजित साजिश है. उन्होंने कहा कि देश के अन्नदाता करोड़ो किसानों के हित में यह कानून वापस ले केंद्र सरकार अन्यथा राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन तेज होंगे. 

बिहार राज्य किसान सभा के राज्य सचिव रमण कुमार ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है. उन्होंने किसान ऋण एवं बिजली बिल माफ करने एवं समर्थन मूल्य पर मक्का खरीद की गारंटी देने की मांग की. किसान सभा के नेता एवं माकपा नेता गणेश मानव ने  कहा कि केंद्र की मोदी सरकार इस कानून के माध्यम से कारपोरेट घराने को कालाबाजारी और जमाखोरी करने की लाइसेंस प्रदान कर दी है. बिहार राज्य किसान महासभा के जिला अध्यक्ष शंभू शरण भारतीय ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का कानून बनाकर सरकार किसानों की जमीन को पूंजीपतियों के हवाले कर देना चाहती है. उन्होंने कहा कि हम इस कानून का मुखालफत करते हैं, यह कानून पूरी तरह से जनविरोधी है. किसान नेता एवं भाकपा माले के जिला संयोजक रामचंद्र दास ने कहा कि किसानों की अनदेखी कर कोई भी सरकार भारत के अंदर नहीं चल सकती. उन्होंने चक्रवाती तूफान यास से हुए फसल क्षति का 25000 रु प्रति एकर मुआवजा देने की मांग सरकार से की है. 

इस अवसर पर किसान संसद के जिला अध्यक्ष शंकर कुमार, नौजवान संघ के प्रांतीय नेता शंभू क्रांति, एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष वसीम उद्दीन उर्फ नन्हें, मजदूर नेता सीताराम रजक आदि सभी ने एक सुर में कहा कि किसानों पर अत्याचार नहीं सहेंगे. केंद्र की मोदी सरकार दिल्ली के बॉडरों पर 6 माह से लगातार आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के नेताओं से सार्थक वार्ता करे एवं यह काला कृषि कानून वापस ले तथा एमएसपी को कानूनी जामा दे. मौके पर युवा किसान नेता रफी अहमद उर्फ मुन्ना, कृष्णा मुखर्जी, शुभम स्टालिन, उपेंद्र राम, रमेश कुमार रमन, दिनेश सम्राट, पंकज कुमार, महिला नेत्री साजिदा खातून आदि ने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो आंदोलन और तेज होगा.



किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून की प्रतियां जलाकर किया विरोध प्रदर्शन किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून की प्रतियां जलाकर किया विरोध प्रदर्शन                           Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 05, 2021 Rating: 5

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