32 साल पुराने मामले में पप्पू यादव को पटना में गिरफ्तार कर लाया जा रहा है मधेपुरा

जाप सुप्रीमो सह मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव को अपहरण के एक पुराने मामले में पटना पुलिस ने किया गिरफ्तार. पप्पू यादव पर वर्ष 1989 के दौरान सूचक शैलेन्द्र यादव ने मुरलीगंज थाना में राम कुमार यादव तथा उमाशंकर यादव के अपहरण किये जाने का मामला दर्ज करवाया था. 

करीब 32 साल पुराने मामले में पटना पुलिस ने पप्पू यादव को रहस्यमय ढंग से गिरफ्तार कर मधेपुरा पुलिस को सौंपा. दरअसल मामले की जानकारी के बाद मधेपुरा के उदाकिशुनगंज एसडीपीओ अन्य पुलिस कर्मियों के साथ पटना पहुंचे और पप्पू यादव को लेकर मधेपुरा पहुँचने वाले हैं. व्यवहार न्यायालय की प्रक्रिया के बाद पप्पू यादव को जेल भेजा जा सकता है. 

जानकारी के अनुसार पप्पू यादव पर चल रहे अपहरण के पुराने मामले में आपसी समझौता भी हो चुका था लेकिन न्यायालय से बहुत पूर्व में ही पप्पू यादव के अनुपस्थित हो जाने पर वारंट निर्गत था और पिछले 22 मार्च को इनके खुरदा, कुमारखंड आवास के पते से वारंट-कुर्की जारी किया गया था.

अचानक भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी प्रकरण मामले के बाद पटना पुलिस ने पप्पू यादव को पटना आवास से गिरफ्तार कर लिया. हालाँकि पप्पू यादव आपदा और विपदा के इस घड़ी में हमेशा लोगों की मदद को आगे हाथ बढ़ाते  रहे हैं. कोरोना काल में भी मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव पूरे बिहार में घूम-घूम कर लाचार बेवश लोगों की मदद कर रहे थे. जाप समर्थकों का आरोप है कि इसी दौरान भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी के एम्बुलेंस प्रकरण मामले में बहुचर्चित हुए पप्पू यादव को एक साजिश के तहत बिहार सरकार गिरफ्तार करवाई है जिसका कहीं से इस विपदा की घड़ी में औचित्य नहीं है. जबकि पप्पू यादव पुराने अपहरण के मुकदमे में फरार चल रहे थे, उनका बेल नहीं हो पाया था जिस कारण गिरफ्तारी हुई है. हालाँकि फिलहाल इस मामले को लेकर सोशल मिडिया पर भी लग-अलग पार्टी के लोग लगातार लिख रहे हैं कि कोरोना काल में इस तरह अचानक पप्पू यादव की गिरफ्तारी एक सोची समझी साजिश है. ऐसे में कौन लोग गरीब लाचार मजबूर लोगों का मदद करेगा .

वहीं इस मामले को लेकर भाकपा के राष्ट्रीय कार्य कारणी सदस्य सह महागठबंधन के जिला संयुक्त सचिव प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि पप्पू यादव की गिरफ्तारी मामले का मैं घोर निंदा करता हूँ. आज स्थिति ये है कि जो लोग सरकार के गलत कारनामों को उजागर करेगा उसे सरकार बेवजह इसी तरह साजिश के तहत जेल भेज देगी. अगर इस मसले पर सरकार ध्यान नहीं देती है तो आने वाले समय पर महागठबंधन के लोग एक जुट होकर आन्दोलन को बाध्य होगा. 

ज्ञात हो कि पटना में पप्पू यादव के निकलने से पहले उनके समर्थकों पर पटना पुलिस के द्वारा दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया है. जिससे मधेपुरा समेत पूरे बिहार में जाप समर्थकों में आक्रोश व्याप्त है. हालाँकि आज पप्पू यादव की  गिरफ्तारी  के बाद जाप समर्थकों ने मधेपुरा जिला मुख्यालय में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए सीएम का पुतला भी फूंका. इस दौरान जाप समर्थकों ने बताया कि अगर सरकार पप्पू यादव की रिहाई जल्द नहीं करते हैं तो मधेपुरा समेत पूरे बिहार में उग्र आन्दोलन होगा, जिसकी सारी जबाबदेही राज्य सरकार की होगी.


32 साल पुराने मामले में पप्पू यादव को पटना में गिरफ्तार कर लाया जा रहा है मधेपुरा 32 साल पुराने मामले में पप्पू यादव को पटना में गिरफ्तार कर लाया जा रहा है मधेपुरा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 11, 2021 Rating: 5

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