विभिन्न प्रदेशों से आ रहे मजदूरों की कोरोना की जांच बेहद जरूरी

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 देश में बढ़ते कोरोना ने देश वासियों और सरकार की चिन्ता बढ़ा दी है. बढ़ते कोरोना के बीच जिले में आ रहे विभिन्न राज्यों से लगातार आ रहे प्रवासी मजदूर मधेपुरा जिलेवासियों को एक बार फिर सकते में डाल दिया है. जिले सहित कोशी में लगातार प्रतिदिन हजारों मजदूर बस के जरिये अपने-अपने घर पहुंच रहे हैं. जिनकी कोई  जांच नहीं हो रही है. जबकि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा सहित अन्य प्रदेशों से कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है. ऐसी स्थिति में इन प्रदेशों से आने वाले मजदूरों का जांच न होना चिन्ता का विषय है. ऐसे आने वाले मजदूरों की जांच तो दूर आने तक की जानकारी जिला प्रशासन के पास नहीं है. जबकि सच्चाई यह है कि रेलमार्ग से टिकट नहीं मिलने के कारण मजदूर बस को अधिक सेफ मानते हुए अपने घर को आ रहे हैं.

वहीं सूत्रों की माने तो प्रतिदिन दिल्ली, हरियाणा, पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से प्रतिदिन दर्जन से अधिक बस मजदूर को लेकर मधेपुरा, कुमारखंड, मुरलीगंज, बिहारीगंज, उदाकिशनगंज, आलमनगर पहुंच रहे हैं. आने वाले मजदूरों के मुंह पर मास्क तो दूर एक गमछा तक नहीं होता है. सामाजिक दूरी तो दूर बस में बस मालिक ठूंस-ठूंस कर मजदूर को ला रहे हैं, जबकि राज्य सरकार ने मास्क को अनिवार्य  घोषित कर दिया है. 

राज्य सरकार के आदेश के आलोक में जिला व पुलिस प्रशासन ने स्थानीय स्तर पर चल रहे बस में यात्रा कर रहे यात्रियों पर अंकुश लगाने के लिए मास्क और सामाजिक दूरी की चेकिंग शुरू कर दी है लेकिन अन्य प्रदेश से आने वाले मजदूरों से जिला व पुलिस प्रशासन बेखवर है जो खतरे से खाली नहीं है. जिसका ताजा उदाहरण गम्हरिया में कोरोना पीड़ित दो लोगों की पहचान हुई, जिसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में गम्हरिया में क्वारंटाइन सेन्टर बनाया, साथ ही मास्क और समाजिक दूरी का अभियान शुरू किया.

सूत्रों की माने तो विभिन्न प्रदेशों से नित्य दिन आ रहे मजदूरों की सघन जांच की जरूरत है, अन्यथा यहां भी स्थिति भयावह होने से इंकार नहीं किया जा सकता है.

विभिन्न प्रदेशों से आ रहे मजदूरों की कोरोना की जांच बेहद जरूरी विभिन्न प्रदेशों से आ रहे मजदूरों की कोरोना की जांच बेहद जरूरी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 13, 2021 Rating: 5

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