मौके पर विनोद दास नागौर दास गोपाल दास शंभू दास लीला देवी मानिक लाल दास धीरेंद्र दास गुलाब दास राजू दास महेश्वरी दास सुरेश दास विमला देवी मोहन पोद्दार सुरेश पोद्दार सहित दर्जनों लाभुक मौजूद थे लाभुक सहित कई लोगों ने बताया कि जन वितरण प्रणाली दुकान में वितरित किया जा रहा राशन खाने लायक नहीं है. धर्म दास ने कहा कि सड़ा हुआ चावल दिया जाता है जो पशु के खाने लायक भी नहीं है ऊपर से पैसा भी लिया जाता है उस पर से डीलर धौस दिखाते हुए कहता है लेना हो लो नहीं तो जाओ.
वहीं सत्य नारायण दास ने कहा कि अनाज देने से 15 दिन पहले ही सभी से पोस मशीन पर अंगूठा लगवा लेता है और 15 दिन बाद खाद्यान्न की आपूर्ति करता है जब हम उपभोक्ता खाद्यान्न लेकर घर जाते हैं और वजन करते हैं तो 5 किलो अनाज कम पाते हैं. इस वजह से अनाज वितरण के दौरान लाभुकों से काफी कहा सुनी होती है. जो अनाज मिला है, वही वे बांट रहे हैं. उपभोक्ताओं ने कहा कि कई बार लिखित शिकायत वरीय पदाधिकारी से लेकर प्रखंड स्तर तक के पदाधिकारियों को की गई है पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है.
इस संबंध में प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी मुकेश कुमार वर्मा ने कहा कि अब तक इस मामले में जनप्रतिनिधि एवं लाभुकों द्वारा कोई लिखित या अन्य शिकायत नहीं की गई थी अगर इस तरह सड़े हुए चावल की बात सामने आई तो एजीएम देखा कर सड़े हुए चावल को हटवा कर फ्रेश चावल का वितरण किया जाएगा एवं कम अनाज दिए जाने की बात की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

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