डॉ संतोष कुमार ने बताया कि 40 वर्षीय सुबुकलाल यादव उनके पास करीब छह माह पहले आये थे. उन्हें वजन लगातार कम होने, पैखाना करने में परेशानी होने और उस रास्ते से खून गिरने की शिकायत थी. जांच के दौरान मुझे कैंसर का शक हुआ. मैंने कम खर्च में ही इलाज करने की बात कही लेकिन वे पटना के महंगे अस्पताल चले गए. वहां उनकी कीमोथेरेपी की गई. इसके बाद ऑपरेशन भी होना था लेकिन काफी पैसे खर्च हो जाने के बाद उनके परिजन फिर तीन जनवरी को डॉ संतोष कुमार के पास आये. डॉक्टर साहब ने छह जनवरी को उनका ऑपरेशन किया. सुबुकलाल की बड़ी आंत में कैंसर था जिसे काट कर हटाया गया और मल त्याग के लिए अलग रास्ता बनाया गया.
अब सुबुकलाल की हालत स्थिर है और कुछ ही महीनों के बाद वह सामान्य जीवन भी जी सकते हैं. रोगी सुबुक लाल ने बताया कि पटना में काफी पैसे खर्च हो चुके थे और उसकी हिम्मत जवाब दे रही थी. ऐसे में डॉक्टर संतोष ही उनके लिए उम्मीद के रूप में दिखाई दिए.
डॉक्टर संतोष ने कहा कि इस गरीब और पिछड़े इलाके के लोगों को बाहर जा कर पैसा पानी की तरह बहाते देख कर दु:ख होता है. उनके हॉस्पिटल में काफी कम खर्च में लगभग सभी प्रकार के ऑपरेशन किये जाते हैं. ये ऑपरेशन पहले इस इलाके में संभव नहीं था. सुबुकलाल यादव को स्वस्थ होता देख कर उनके परिजन के आंखों में उम्मीद की किरण जगी है. निश्चय ही यह किरण कोसिवासियों को नई रोशनी देगी.
(नि. सं.)
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