पटाखे के शोर के बीच गोली चलने की आवाज दब गई और कर दी गई हत्या

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थानाक्षेत्र अंतर्गत पड़वा नवटोल पंचायत के वार्ड नंबर 7 निवासी योगेंद्र दास उम्र 60 वर्ष की 14 नवंबर को दीपावली की रात 1:30 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई.

घटना की सूचना मिलने के उपरांत मुरलीगंज थाने के पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार एवं पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार ने पहुंचकर मामले की जांच कर रात 2:00 बजे ही पंचनामे के उपरांत शव को पोस्टमार्टम के लिए मधेपुरा सदर अस्पताल भेज दिया.

सुबह के 10:00 बजे जब पोस्टमार्टम के उपरांत शव को परिजन लेकर वापस घर लौटे तब समूचे गांव में बात आग की तरह फैल गई. योगेंद्र दास की गोली मारकर दीपावली की रात हत्या कर दी गई. ग्रामीणों की भीड़ दरवाजे पर पहुंचने लगी. ग्रामीणों ने बताया कि योगेंद्र दास का किसी से झगड़ा या विवाद नहीं था, वो ग्रामीण पंचायत में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते थे. ग्रामीण कह रहे हैं कि पंचायत में वे पंच के रूप में मुखर प्रवक्ता थे, सभी मामले का निष्पादन सही तरीके से करते थे. लोगों को योगेंद्र दास की मौत का काफी गम है.

मौके पर मृतक योगेंद्र दास की पत्नी हबरी देवी देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि दीपावली की रात चारों तरफ पटाखे फूट रहे थे. 1:30 बजे बिजली कटी तो फटाक की आवाज हुई. हम पति-पत्नी दरवाजे के खुले घर जिसमें पूरब पश्चिम रुख से चौकी है, पर सोए हुए थे और चौकी से सटे हुए आंगन की ओर खुलने वाला दरवाजा भी है, वहीं किसी ने चौकी के पास आकर सर में गोली मार दी. फटाक से आवाज होने पर पटाखे का संदेह हुआ फिर हम इन्हें जगाने लगे. 

गौरतलब हो कि मृतक का दोनों पुत्र जो पंजाब और दिल्ली रह कर मजदूरी किया करता है, घर पर नहीं था वह दिल्ली में है.

वहीं मौके पर मौजूद पान बुनकर महादलित चौपाल संघ के जिलाध्यक्ष राजीव राजा ने बताया कि मुझे योगेंद्र दास की हत्या की सूचना रात के 2:00 बजे टेलीफोन पर मिली. हम ने परिजनों से कहा कि सवेरे पोस्टमार्टम के लिए लाश भेजी जाएगी लेकिन प्रशासन द्वारा रात में ही लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.

वार्ड नंबर 7 में पिछले 3 वर्षों में यह तीसरी हत्या 

वार्ड नंबर 7 में पिछले 3 वर्षों में यह तीसरी हत्या की घटना है. सबसे पहले मृतक योगेंद्र दास के घर से 10 कदम दूर 2018 में उप मुखिया संजय दास की हत्या कर दी गई थी. एक और हत्या योगेंद्र दास के घर से पश्चिम 2017 में दिन के 11:00 बजे महिला सुभिला देवी के खाना बनाते समय हत्या कर दी गई. दीपावली की रात लगभग 1:30 बजे योगेंद्र दास की गोली मारकर हत्या कर दी गई. दलितों के साथ हत्याओं का सिलसिला पिछले 3 वर्षों से लगातार चल रहा है. 

मौके पर मौजूद पंचायत समिति सदस्य ममता कुमारी ने बताया कि लगातार हत्याओं का सिलसिला प्रत्येक साल चल रहा है. वह भी किसी न किसी पर्व त्योहार के समय कर दी जाती है. पिछले दो हत्याओं में आज तक पुलिस द्वारा कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है. हत्यारे खुले में आज भी घूमते हैं.

गौरतलब हो कि पोस्टमार्टम के उपरांत मृतक के शव को घर पहुंचते ही लोगों ने दिन के 12:00 बजे एनएच 107 पर मृतक के शव को रखकर सड़क को जाम कर दिया और प्रशासन से हत्यारों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग करने लगे. बिहारीगंज पान दलित बुनकर संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार दास मृतक योगेंद्र दास को रिश्ते में अपना ससुर बताया, ने कहा कि जब तक आरक्षी अधीक्षक पहुंचकर हमें उचित आश्वासन नहीं देंगे तब तक जाम नहीं खुलेगा. 

मौके पर मधेपुरा अवर निरीक्षक प्रशांत कुमार ने पहुंच कर मामले की तहकीकात और घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण किया. निरीक्षण के उपरांत उन्होंने ग्रामीणों की मांग मानते हुए दो चौकीदारों की वार्ड नंबर 7 में पहरेदारी के लिए प्रतिनियुक्त किया. लगभग 12:30 बजे से लेकर शाम के 4:00 बजे तक एन.एच. 107 पर वाहनों की दोनों ओर से लंबी कतारें लगी रही. 4:00 बजे आश्वासन के उपरांत लोगों ने सड़क पर रखे मृतक के शव को हटाया और आवागमन चालू हो सका.

पड़वा नवटोल पंचायत के मुखिया संतोष कुमार ने बताया कि तत्कालीन कबीर अंत्येष्टि योजना से 3000 रूपये की सहायता दी जा रही है. कल इनके परिवार को परिवारिक लाभ सहायता योजना से भी राशि प्रदान की जाएगी.

उक्त मामले में पुलिस अधीक्षक मधेपुरा ने बताया कि पुलिस मृतक के परिजनों का बयान ले रही है और उनके आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर जल्द ही मामले का अनुसंधान कर मामले का उद्भेदन किया जाएगा.



पटाखे के शोर के बीच गोली चलने की आवाज दब गई और कर दी गई हत्या पटाखे के शोर के बीच गोली चलने की आवाज दब गई और कर दी गई हत्या Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 15, 2020 Rating: 5

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