'मेरा मुकाबला सीधे-सीधे मुद्दों से हैं, लोग इस बार बदलाव चाहते हैं': सुभाषिनी यादव

मधेपुरा जिले के चार विधान सभा क्षेत्रों में से जहाँ मधेपुरा सदर की सीट सबसे अधिक हॉट मानी जा रही है वहीं बिहारीगंज विधानसभाक्षेत्र का चुनाव भी कम रोचक नहीं है. यहाँ भी चार प्रत्याशी अपनी पूरी ताकत लगाये हुए हैं.


बिहारीगंज की सीट पर निवर्तमान जदयू विधायक निरंजन मेहता के खिलाफ महागठबंधन ने कॉंग्रेस से सुभाषिनी यादव को उतारा है. सुभाषिनी यादव मधेपुरा के पूर्व सांसद शरद यादव की पुत्री हैं. हालाँकि इस सीट से जन अधिकार पार्टी ने पूर्व राजद नेता और हाल में ही जनाधिकार पार्टी में आये ई. प्रभाष को खड़ा किया है और लोजपा भी विजय कुशवाहा को मैदान में उतार चुकी है.

 

 आज हमने बिहारीगंज से कॉंग्रेस प्रत्याशी सुभाषिनी यादव से चुनाव पर बातें की. सुभाषिनी का कहना था कि वे चुनाव में उतरने के बाद भले ही पहली बार जा रही हैं, पर पिताजी के साथ वे क्षेत्र पहले भी जा चुकी हैं. उन्हें क्षेत्र में लोगों का भरपूर प्रेम और स्नेह मिल रहा है, लोग पूर्व विधायक के खिलाफ काफी नाराज हैं और वे इस बार बदलाव चाहते हैं. लोग आक्रोशित होकर कहते हैं कि पिछले विधायक का चेहरा भी नहीं देखा पिछ्हले पांच सालों में. उन्होंने कहा कि उनका मुद्दा अन्य प्रत्याशी नहीं है. उनका मुद्ददा क्षेत्र की समस्याएं हैं, जिन्हें दूर करने की आवश्यकता है.

वे कहती हैं कि मैं किसी अन्य प्रत्याशी की चर्चा अपने चुनावी संबोधन में नहीं करती. मेरा मुकाबला सीधे-सीधे मुद्दों से हैं. जो विकास पिछले पांच साल में नहीं हो सका. उन्हें यदि मौका मिलता है तो पहली प्राथमिकता सड़क, फिर स्वास्स्थ सेवा को सुधारना होगा. शेष प्राथमिकता में रोजगार, किसानों की स्थिति सुधारना आदि शामिल होंगे. लोगों से मिलना, उनकी समस्या जानना और फिर समाधान का प्रयास होना चाहिए. लोग सम्मान के भूखे हैं. 

सुभाषिनी कहती हैं कि इस बार न सिर्फ बिहारीगंज बदलाव कि दिशा में होगा बल्कि बिहार में चुनाव परिणाम भी चौंकाने वाले होंगे.

सुने सुभाषिनी को इस इंटरव्यू में. यहाँ क्लिक करें.




'मेरा मुकाबला सीधे-सीधे मुद्दों से हैं, लोग इस बार बदलाव चाहते हैं': सुभाषिनी यादव 'मेरा मुकाबला सीधे-सीधे मुद्दों से हैं, लोग इस बार बदलाव चाहते हैं': सुभाषिनी यादव Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 29, 2020 Rating: 5

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