बताया गया कि राष्ट्रीय सेवक संघ साल में 6 पर्व मनाती है, जिसमें अश्विन मास के पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के रूप में पर्व मनाया जाता है. विभाग संपर्क प्रमुख मनोज भगत ने कहा कि शारदीय नवरात्र के बाद आने वाली पूर्णिमा को चंद्रमा से अमृत की वर्षा होती है. इस दिन लोग खीर बनाकर उसे चंद्रमा की रोशनी में रखते हैं, ताकि अमृत की वर्षा उस खीर में हो और उसी खीर का आनंद सभी भक्त एवं स्वंय सेवक उठाते हैं.
वहीं खंड कार्यवाहक बिनोद कुमार दास ने कहा कि सिंहेश्वर में संघ की शाखा का शौर्यपूर्ण इतिहास रहा है लेकिन आज हम पुरानी विरासत का लकीर पीट रहे हैं. आज के वर्तमान परिवेश में जरूरी है कि कम से कम प्रात: शाखा को नियमित करें. सुबह 6 बजे से 7 बजे तक संघ स्थान पहुंचने को कहा. जबतक शाखा सुचारू रूप से नहीं लगेगा तब तक तरूण और बाल स्वंय सेवक का निर्माण नहीं हो सकता है. आज जरूरत है हम एक रहें और मजबूत रहें, नहीं तो हम अलग-थलग पड़ जाएंगे.
मौके पर संघ के जिला शारीरिक प्रमुख संजीव भगत, खंडकार्यवाहक सुभाष कुमार, मुख्य शिक्षक रवि शंकर उर्फ हरिओम, भाजपा आईटी सेल के अध्यक्ष अरविंद मिश्रा, मंडल अध्यक्ष संजय पाठक, विष्णु शर्मा, संतोष मल्लिक, दिगंबर भारती, डा. राय जवाहर, गोविंद खंडेलवाल, विक्की खेतान, अनुज सिंह, झींकु शर्मा, सोनू भगत, भरत अग्रवाल, प्रधानाचार्य संजय कुमार व अन्य मौजूद थे.

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