जदयू प्रखण्ड अध्यक्ष अशोक यादव हत्याकांड का खुलासा: दो गिरफ्तार, 10 आरोपी फरार

मधेपुरा जिले के गम्हरिया जद यू प्रखण्ड अध्यक्ष अशोक कुमार यादव हत्याकांड का पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, घटना में शामिल थे 12 बदमाश, दो को पुलिस ने दबोचा, अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए की जा रही है छापेमारी लेकिन पुलिस को हथियार और बाइक नहीं आया हाथ.

मालूम हो कि मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण घटना के बाद पुलिस के आलाधिकारी सहित थानाध्यक्ष के हाथ पांव फूल रहे थे लेकिन घटना के पांच दिन के अन्दर पुलिस ने पूरे मामले का किया पटाक्षेप.

घटना का खुलासा करते हुए एसपी संजय कुमार ने रविवार को सदर थाना में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में कहा कि 11 अगस्त की शाम जदयू के गम्हरिया प्रखण्ड अध्यक्ष अशोक कुमार अपने गांव जोगबनी में आयोजित कृष्णा अष्टमी पूजा में शरीक होकर घर लौट रहे थे, इसी दौरान शंकर चौधरी के पान की दूकान पर रूक कर पान खा रहे थे. इसी बीच अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी. घटना को लेकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था.

एसपी ने कहा कि मामला अज्ञात होने के कारण पुलिस ने घटना को चुनौती मानते हुए घटना का उद्भेदन और संलिप्त बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ वसी अहमद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. टीम में इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार, गम्हरिया थानाध्यक्ष सुबोध कुमार गुप्ता, पु.अ.नि. राजेन्द्र प्रसाद, तकनीकी शाखा के अमर कुमार, धीरेन्द्र कुमार, सोनू कुमार, कमांडो विपिन कुमार, प्रभात कुमार, विकास कुमार, चुनमुन कुमार, गोपाल कुमार, उदय शंकर, राजेश कुमार और सशस्त्र बल को शामिल करते हुए घटना के दिन स्थल के आसपास मोबाइल संचालन की जानकारी जुटाई गयी. पुलिस के अनुसंधान में घटना में 12 लोगों के शामिल होने की बात सामने आई जिसमें घटना को अंजाम देने में मुख्य रूप से शामिल जोगबनी गांव के हिटलर कुमार और राम कुमार पासवान शामिल थे.

एसपी श्री कुमार ने बताया कि जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि घटना में लाइनर का काम करने में जोगबनी गांव के प्रहलाद कुमार शामिल थे. पुलिस टीम ने प्रहलाद को गिरफ्तार किया और पुलिस के पूछताछ में प्रहलाद ने अपने स्वीकृत बयान में कहा कि गौरीपुर सिंहेश्वर के सूरज कुमार घटना में शामिल थे. पुलिस ने छापेमारी कर सूरज को गिरफ्तार किया.

एसपी ने बताया कि घटना में शामिल सभी आरोपी की पहचान हो गयी है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए टीम लगातार छापेमारी कर रही है, जल्द ही सभी आरोपी पुलिस  गिरफ्त में होगा. उन्होने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान के क्रम में यह बात प्रकाश में आया कि प्रहलाद कुमार के मोबाइल नम्बर 9798578491 के द्वारा मोबाइल नम्बर 7321890110  पर घटना की शाम लगातार मैसेज  भेजकर सभी बदमाशों को घटनास्थल के पीछे स्कूल मैदान में बुलाया था. जिससे घटना की पुष्टि हुई.

एसपी ने कहा कि गिरफ्तार अभियुक्त ने अपना अपराध स्वीकार किया है.

एसपी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि घटना में प्रयोग बाइक और हथियार  फिलहाल बरामद नहीं हुआ है. घटना का मुख्य शूटर गिरफ्तार नहीं हुआ है. शूटर सहित अन्य बदमाशों के नाम का खुलासा यह कहकर नहीं किया कि छापेमारी प्रभावित होगी.

वहीं पत्रकार सम्मेलन में एसडीपीओ वसी अहमद, इंस्पेक्टर प्रशान्त कुमार, थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, कमांडो विपीन कुमार, राजेश कुमार, प्रभात कुमार,  अमर कुमार, संजय कुमार सोनू, धीरेन्द्र कुमार उपस्थित थे.

घटना का कारण

एसपी ने घटना के कारणों का खुलासा करते हुए कहा कि पुलिस अनुसंधान में पता चला कि अपराधी प्रहलाद कुमार, राम कुमार पासवान और हिटलर कुमार को मृतक अशोक यादव से कई कारणों से दुश्मनी थी, जिसके कारण इन लोगों ने घटना को अंजाम दिया. जिसमें कई बात सामने आई है.

एसपी ने बताया कि अनुसंधान में पता चला कि वादी जोगी गांव के किशोर भारती के द्वारा रोशन कुमार उर्फ हिटलर कुमार एवं अन्य पर बाइक लूटने और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए गम्हरिया थाना में केस दर्ज कराया गया था जिसमें मृतक अशोक यादव ने हिटलर को डांटा और फटकारा था और बाइक देने का दबाव बनाया तो हिटलर ने बाइक को फेंक दिया और हिटलर गांव में अक्सर बोला करता था कि अशोक से इसका बदला कभी न कभी जरूर लेंगे.

एसपी ने बताया कि गत वर्ष राम कुमार पासवान के द्वारा जोगबनी चौक पर मेला के सरकारी जमीन में टाट और टीन का दुकान बनाया था जिस दुकान को मृतक अशोक और अन्य लोगों ने मिलकर हटवा दिया था, जिसके कारण राम कुमार पासवान द्वारा अशोक यादव से बदला लेने की बात अनुसंधान में आया. राम कुमार पासवान दिल्ली में फैशन डिजाइनर का काम करता है और एक महीने पहले ही अपने घर आया और बदले की भावना से घटना को अंजाम दिया.

एसपी ने बताया कि हत्या की ताजा घटना के अनुसंधान में पता चला कि 10 अगस्त को रात्रि में राम कुमार और अनके अन्य साथी द्वारा संजय यादव और टुन्ना यादव के स्टाफ से रूपया छीन लिया था जिसके कारण संजय यादव ने माईक पर राम कुमार  को गालीगलौज किया. संजय के साथ मृतक अशोक यादव भी थे. जांच में पता चला कि राम कुमार द्वारा अशोक को जान से मारने की बात कही गई थी. हिटलर और राम कुमार अक्सर बोला करते थे कि अशोक यादव के दबाव पर पुलिस बार-बार मेरे घर रेड करती है. अनुसंधान में पता चला कि हिटलर और राम कुमार पासवान द्वारा षडयंत्र कर अपने अन्य साथी अपराधियों से घटना को कराया गया.

घटना में संलिप्त अपराधियों का आपराधिक इतिहास

हिटलर का आपराधिक इतिहास को खंगालने से पता चला कि इनके विरुद्ध गम्हरिया थाना लूट सहित अन्य दो मामले का फरार वांछित अपराधी है. राम कुमार पासवान के खिलाफ गम्हरिया थाना में अलग-अलग दो आपराधिक मामला दर्ज है. सहरसा जिले के सोनवर्षा राज थाना में लूट का मामला दर्ज है. सिंहेश्वर थाना में भी उनके लूट सहित अन्य  घटना में मामला दर्ज है. गिरफ्तार सूरज कुमार पर सिंहेश्वर थाना में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है.
जदयू प्रखण्ड अध्यक्ष अशोक यादव हत्याकांड का खुलासा: दो गिरफ्तार, 10 आरोपी फरार जदयू प्रखण्ड अध्यक्ष अशोक यादव हत्याकांड का खुलासा: दो  गिरफ्तार, 10 आरोपी फरार Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 16, 2020 Rating: 5

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