चक्रवाती तूफान में दो दर्जन से अधिक बिजली के पोल गिरने के बाद 28 मिस्त्री दो दिनों से कर रहे जद्दोजहद
मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर प्रखंड क्षेत्र में बिजली विभाग के कर्मी किसी भी कोरोना योद्धा की तरह इस लॉकडाउन में बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए 28 लोगों के साथ दो दिनों से जद्दोजहद कर रहे हैं. लोगों को लगातार बिजली उपलब्ध कराने के लिये दिन रात एक किये हुये हैं.
मालूम हो कि क्षेत्र में सोमवार को हुई चक्रवाती तूफान में दो दर्जन से अधिक पोल गिर जाने और 33 हजार वोल्ट का तार भी खराब होने के कारण लोगों के मन में एक बात घर कर गई कि अब पता नहीं बिजली कब आयेगी लेकिन इन योद्धाओं ने काफी मेहनत से बाजार क्षेत्र के कुछ हिस्सों में आंधी के कुछ देर बाद ही बिजली उपलब्ध करा दी थी. जबकि कई जगहों पर बिजली के तार पर ही पेड़ गिर जाने के वजह से क्षतिग्रस्त हुये तारों और पोलों को दुरूस्त करने में लगातार देर रात तक काम करते रहे जिसके बाद कई जगहों की बिजली उपलब्ध करा दी गई, लेकिन मंगलवार को दुबारा आंधी और पानी ने फिर से नये जगहों पर पोल और तारों को गिरा दिया जिसे ठीक करने में 28 मजदूर काम में अनवरत जुटे हुए हैं.
वहीं बिजली विभाग के जेई अजय कुमार ने बताया कि इस आंधी में बिजली विभाग को काफी नुकसान हुआ है. जिसे लगातार ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने जानकारी देते हुये बताया कि अब तक 32 पोल गिरने का पता चला है. जिसमें एचटी का 11 पोल और एलटी का 21 पोल गिरा है. मजरहट में ट्रांसर्फमर सहित पोल गड्ढ़े में गिर गया है. बिजली को दुरूस्त करने में 28 मजदूर व 10 बिजली मिस्त्रीयों से मदद लिया जा रहा है. पेट्रोल पंप के पास गिरे पेड़ को हटाने में 10 मजदूर सुबह के चार बजे तक कार्य किया है.
वहीं अन्य जगहों पर भी मजदूर दिन रात एक कर काम कर रहे हैं. इस क्षति में बिजली पोल के अलावा लगभग 1 किलोमीटर तार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. इस दौरान बिजली मिस्त्री लालु कुमार, इन्दु कुमार, कृष्णा कुमार, फुचेन्द्र कुमार, हरिलाल कुमार सहित अन्य मिस्त्रीयों का अहम योगदान रहा.
मालूम हो कि क्षेत्र में सोमवार को हुई चक्रवाती तूफान में दो दर्जन से अधिक पोल गिर जाने और 33 हजार वोल्ट का तार भी खराब होने के कारण लोगों के मन में एक बात घर कर गई कि अब पता नहीं बिजली कब आयेगी लेकिन इन योद्धाओं ने काफी मेहनत से बाजार क्षेत्र के कुछ हिस्सों में आंधी के कुछ देर बाद ही बिजली उपलब्ध करा दी थी. जबकि कई जगहों पर बिजली के तार पर ही पेड़ गिर जाने के वजह से क्षतिग्रस्त हुये तारों और पोलों को दुरूस्त करने में लगातार देर रात तक काम करते रहे जिसके बाद कई जगहों की बिजली उपलब्ध करा दी गई, लेकिन मंगलवार को दुबारा आंधी और पानी ने फिर से नये जगहों पर पोल और तारों को गिरा दिया जिसे ठीक करने में 28 मजदूर काम में अनवरत जुटे हुए हैं.
वहीं बिजली विभाग के जेई अजय कुमार ने बताया कि इस आंधी में बिजली विभाग को काफी नुकसान हुआ है. जिसे लगातार ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने जानकारी देते हुये बताया कि अब तक 32 पोल गिरने का पता चला है. जिसमें एचटी का 11 पोल और एलटी का 21 पोल गिरा है. मजरहट में ट्रांसर्फमर सहित पोल गड्ढ़े में गिर गया है. बिजली को दुरूस्त करने में 28 मजदूर व 10 बिजली मिस्त्रीयों से मदद लिया जा रहा है. पेट्रोल पंप के पास गिरे पेड़ को हटाने में 10 मजदूर सुबह के चार बजे तक कार्य किया है.
वहीं अन्य जगहों पर भी मजदूर दिन रात एक कर काम कर रहे हैं. इस क्षति में बिजली पोल के अलावा लगभग 1 किलोमीटर तार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. इस दौरान बिजली मिस्त्री लालु कुमार, इन्दु कुमार, कृष्णा कुमार, फुचेन्द्र कुमार, हरिलाल कुमार सहित अन्य मिस्त्रीयों का अहम योगदान रहा.
चक्रवाती तूफान में दो दर्जन से अधिक बिजली के पोल गिरने के बाद 28 मिस्त्री दो दिनों से कर रहे जद्दोजहद
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 05, 2020
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Singheshwar me aaj dus dino se pani nahi aa raha hai sabhi singheshwar wasi pareshan hai isor bhi dhyaan dilawe
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