हुजूर! सड़क पर उड़ते धूल से दिलायें निजात, लोग हो रहे बीमार, राहगीर परेशान सड़क किनारे बसे लोगों का जीना मुहाल

एसएच 58 भटगामा-उदाकिशुनगंज और एनएच 106 मुख्य पथ के चौड़ीकरण और सड़क निर्माण का कार्य विगत कुछ वर्षों से जारी है, लेकिन संवेदक की लापरवाही से हालत यह है कि सड़क पर धूल के गुबार उठ रहे हैं. 


इससे बचने के लिए न तो स्थानीय प्रशासन ध्यान दे रही है, न ही निर्माण एजेंसी निर्माण कार्य में गति ला रही है. धूल से राहगीर परेशान हैं तो वहीं सड़क के दोनों किनारों पर बसे लोगों का जीना मुहाल हो गया है.

परिणाम यह है कि सड़क पर उड़ रहे धूल के गुबार के कारण इस क्षेत्र के लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. सड़क पर उड़ती धूल से लोग दमा, एलर्जी, चर्म रोग व आंखों की बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. धूल से लोगों का चलना दूभर हो गया है. सड़कों पर के गड्ढे से तो राहगीर पहले ही परेशान हो रहे थे, अब उड़ती धूल का भी सामना करना पड़ रहा है. 

मालूम हो कि इस मार्ग पर जिला, अनुमंडल, प्रखंड समेत कई विभाग के मुख्य कार्यालय भी हैं फिर भी संबंधित विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. इनके अधिकारी-कर्मचारी इसी मार्ग से गुजरते हैं. उन्हें भी उड़ती धूल का सामना करना पड़ता है. पथ निर्माण विभाग द्वारा जगह-जगह भारी वाहनों के प्रतिबन्ध का बोर्ड लगाया है पर इस निर्देश को मानने के लिए कोई भी तैयार नहीं है. सड़क पर भारी वाहन भी गुजरते हैं. निर्माणाधीन एसएच- 58 पर वाहनों के परिचालन से धूल की उड़ती आंधी का नजारा बना रहता है इससे ग्रामीणों को गंभीर बीमारियों का डर बना रहता है. तत्काल निदान के लिए सड़क पर पानी का छिड़काव किया जाना चाहिए, ताकि धूल की परेशानी उत्पन्न नहीं हो. गर्मी के दिनों में धूल और भी ज्यादा उड़ती है.

प्रशासन और कंपनी की लापरवाही से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है. सड़क पर नियमित और पर्याप्त पानी का छिड़काव नहीं होने के कारण एक भी वाहन के गुजरने से धूल का गुबार उठ जाता है. वाहनों के गुजरने पर साइकिल सवार और राहगीरों को रोड पर खड़ा होकर आंख बंद कर दो-चार मिनट इंतजार करना पड़ता है. इसके बाद रोड दिखाई पड़ता है. सड़क के किनारे स्थित मकानों और दुकानों में भी धूल की परत जम जाती है. दुकानदारों का कहना है कि सामान पर धूल-गर्द की परत जल्दी-जल्दी जम जाने से काफी नुकसान उठाना पड़ता है. होटलों में रखी खाद्य सामग्री बर्बाद हो जाती है. लोगों में सड़क पर धूल उड़ने से एलर्जी और सांस संबंधी बीमारी की आशंका बढ़ गई है परंतु कंपनी के पदाधिकारियों को कई बार शिकायतें करने के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. कभी-कभी एक-दो दिन जैसे-तैसे छिड़काव करवा कर छोड़ दिया जाता है.

वहीं इस बावत स्थानीय ग्रामीणों ने नियमित रूप से पानी छिड़काव सुनिश्चित करने की मांग करते हुए कहा कि हुजूर सड़क पर उड़ते धूल से दिलायें निजात, लोग हो रहे बीमार, राहगीर परेशान है और सड़क किनारे बसे लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
हुजूर! सड़क पर उड़ते धूल से दिलायें निजात, लोग हो रहे बीमार, राहगीर परेशान सड़क किनारे बसे लोगों का जीना मुहाल हुजूर! सड़क पर उड़ते धूल से दिलायें निजात, लोग हो रहे बीमार, राहगीर परेशान सड़क किनारे बसे लोगों का जीना मुहाल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 21, 2020 Rating: 5

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