8 दिन झारखंड में ख़ाक छानकर मधेपुरा पुलिस ने साइबर अपराध से जुड़े एक अपराधी को नाटकीय ढंग से किया गिरफ्तार

मिली जानकारी के अनुसार उसको गिरफ्तार करने में पुलिस को 8 दिन झारखंड राज्य में खाक छाननी पड़ी. इसके बाद ही उसे नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार किया जा सका। हालांकि अभी मुख्य सरगना गुलशन कुमार उर्फ निखिल सिन्हा,अमित कुमार एवं रोशन कुमार जो सगे भाई हैं, पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं । लेकिन बिहारीगंज के थाना अध्यक्ष अखिलेश कुमार का दावा है कि वह उक्त तीनों सगे भाई को भी वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे।
फिलहाल बताया गया कि पुलिस की गिरफ्त में आए संदीप कुमार ₹15000 महीने पर तीनों भाई के लिए, काम करता था और कूरियर बॉय बनकर पासबुक, रूपये व अन्य सामग्री आदि का आदान प्रदान करता था। उसके पास से दो ओप्पो कंपनी का मोबाइल, तीन एटीएम कार्ड व एक एसबीआई का पासबुक बरामद हुआ है। एक एटीएम आईसीआईसीआई, फिनो बैंक एवं तीसरा एटीएम एसबीआई का है। पासबुक भी बरामद किया गया है,जो मनीषा देवी पति प्रशांत मुण्डा का है।
हांलाकि उपरोक्त तीनों भाई की तलाश कई स्टेट की पुलिस को है। लेकिन बिहार के बिहारीगंज थाना में पदस्थापित छोटा दारोगा उदय तिर्की एवं सुरेंद्र कुमार के द्वारा आठ दिन के लगातार प्रयास के बाद उसे पकड़ लिया गया। गौरतलब हो कि बिहारीगंज के बैजनाथपुर वार्ड 2 निवासी गौतम कुमार को 4 सितंबर 2019 को किसी अनजान व्यक्ति ने मोबाइल नंबर 8337807696 से फोन कर सीएसपी लेने के बाबत पूछा. इस पर बेरोजगार गौतम ने रोजगार पाने की लालसा से उसके बताए हुए अलग-अलग खाते में 6 लाख 87 हजार 500 रूपये ट्रांसफर कर दिया। बाद में जब उसे अपने ठगे जाने का एहसास हुआ तो पुलिस के पास पहुंचा।
इस बावत बिहारीगंज थाना कांड संख्या 316/19 धारा 406, 420 भादवि के तहत मामला दर्ज है। तब से पुलिस अनुसंधान के बदौलत लड़के की गिरफ्तार की है और अब आगे पुलिस क्या करती है यह आने वाले समय में ही देखने को मिलेगा।
(रिपोर्ट: रानी देवी)
8 दिन झारखंड में ख़ाक छानकर मधेपुरा पुलिस ने साइबर अपराध से जुड़े एक अपराधी को नाटकीय ढंग से किया गिरफ्तार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 10, 2020
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