मुख्यमंत्री गए भी नहीं कि फिर से होने लगा बाढ़ आश्रय स्थल में अवैध कब्ज़ा

सिंहेश्वर प्रखंड मुख्यालय सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के जमीन में मवेशी हाट के निकट बने बाढ़ आश्रय स्थल पर अवैध तरीके से कब्जा करने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है. 



मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व यहां पर अवैध कब्जा कर बने झुग्गी-झोपड़ी प्रशासन ने हटा दिया था लेकिन अभी मुख्यमंत्री जिले से गये भी नहीं हैं कि बदस्तूर अवैध कब्जा करना शुरू कर दिया गया है. मालूम हो कि बाढ़ आश्रय स्थल पर रह रहे लोगों के विरूद्ध कई बार आवाज भी उठाई गयी. जिसके बाद इस स्थल को पूरी तरह से खाली करा दिया गया था. 

बाढ़ आश्रय स्थल के बारे में सोशल मीडिया सहित प्रखंड के पदाधिकारी को आवेदन दे बताया गया था कि बाढ़ आश्रय स्थल पर अवैध कब्जा कर लिया गया है. इस अवैध कब्जे के पीछे शराब कारोबार करने का भी मामला बराबर उठ रहा है. इस बाढ़ आश्रय स्थल के पास से गुजरने वाले सभ्य लोगों की परेशानी का आलम यह है कि इस ओर से लगभग पूरे दिन बच्चे-बच्चियां पढ़ने के लिये सिंहेश्वर आती है और वापस जाती है. यहां शराब पीकर लड़ाई होना आम बात है और लड़ाई के बीच भद्दी-भद्दी गालियां से आने-जाने वाले खासे परेशान रहते हैं. 

कई स्थानीय यह भी आरोप लगाते हैं कि इस बाढ़ आश्रय स्थल में अश्लील काम के साथ-साथ अवैध शराब का कारोबार भी बेरोकटोक होता था. इस बावत सी.ओ. अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि हम अवैध झुग्गी-झोपड़ी को हटवा दिये और सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति को वहां अपना आदमी नियुक्त करने बोल दिये. उसकी सुरक्षा तो वही करेंगे. 

वहीं सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के प्रबंधक मनोज ठाकुर ने बताया कि हमें सूचना मिली है और जबरन घर बना रहे लोगों पर कार्रवाई के लिए थाने को लिख रहे हैं.

मुख्यमंत्री गए भी नहीं कि फिर से होने लगा बाढ़ आश्रय स्थल में अवैध कब्ज़ा मुख्यमंत्री गए भी नहीं कि फिर से होने लगा बाढ़ आश्रय स्थल में अवैध कब्ज़ा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 07, 2020 Rating: 5

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