अररिया में सोटा वाले सरपंच ने सुनाया नायाब फैसला, अधेड़ प्रेमी व विधवा प्रेमिका की हुई पिटाई और लगाया 50 हजार जुर्माना, कराया निकाह
ये सुशासन के सरपंच हैं । इनके कोर्ट में पहले पिटाई हुई और फिर जुर्माना और अंत मे गांव निकाला की सजा सुनाई गई ।
सरपंच साहेब की पिटाई और तुगलकी फरमान को देखने और सुनने के लिए आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भले ही मौजूद नही हैं लेकिन जिस गांधी ने सत्ता के विकेंद्रीकरण का सपना पंचायती राज के माध्यम से देखा था, वह आत्मा आज स्वर्ग में जरूर जार-जार आंसू बहा रहा होगा । आंसू तो समाज सुधारक राजा राम मोहन राय की आत्मा भी बहा रही होगी, जिन्होंने विधवा विवाह को कानूनी और सामाजिक स्वीकृति दिलाने में कोई कोर -कसर नही छोड़ा था । सरपंच साहेब, ठीक है, ग़ालिब साहब की ही मान लेते हैं कि '-----आग का दरिया है '। लेकिन सोटा (लाठी) से पिटाई और गांव बदर का हक आपको किस कानून ने दे दिया ।
आप ठीक समझ रहे हैं । हम बिहार अररिया के बौसी थाना क्षेत्र के फरकिया गांव की बात कर रहे हैं, जहां के सरपंच मो असलम चर्चा में हैं । बहरहाल पुलिस उन्हें गली मोहल्ले में ढूंढ रही है । हुआ यह कि 19 सितम्बर को सरपंच के कोर्ट में ग्राम के अधेड़ और विधवा की प्रेम कहानी पहुची । पंचों ने माना कि दोनों की वजह से गांव का माहौल खराब हो रहा है । आपत्ति इस बात को लेकर भी थी कि प्रेमी और अलग अलग धर्म के थे । ग्राम कचहरी में प्रेमी युगल की पेशी रस्सी में बाँधकर हुई । पंचो की राय और भीड़ की मांग पर सरपंच इतने उत्साहित हुए की पहले तो खुद सोंटा से प्रेमी युगल की पिटाई की और फिर दोनो को 50 हजार रुपये का जुर्माना सुनाया गया । तत्काल ही विधवा का निकाह बिना उसकी रजामंदी के अधेड़ प्रेमी से करा दिया गया और उसके बाद दोनों को गॉंव से बाहर निकाल दिया गया ।
प्रत्यक्षदर्शियों की माने और सोशल मीडिया में वायरल वीडियो पर यकीन करें तो एक ही रस्सी में जकड़े प्रेमी युगल को सफाई देने का मौका दिए बिना जमकर पिटाई की गई ।पिटाई करते सरपंच कह रहे हैं ' शादी तो करना पड़ेगा ,यहां रहने भी नही देंगे ' ।वही जिज्ञासा प्रकट करते कहते हैं ' सब सिस्टम बताओ ,कैसे कैसे प्रेम हुआ '। डरे -सहमे प्रेमी युगल हर सोंटा पर केवल आह भरते नजर आ रहे हैं । भाई ,वॉलीवुड की फ़िल्म होती तो प्रेमिका सरपंच से गाने के शक्ल में जरूर कहती ' ------कोई लाठी से ना मारे मेरे दीवाने को '। मामले का खुलासा तब हुआ जब 21 सितंबर को विधवा के पिता ने सरपंच समेत 16 लोगों के खिलाफ थाना में मामला दर्ज कराया । अररिया एसडीपीओ के डी सिंह कहते हैं कि मामला सही है, प्राथमिकी दर्ज की गई है, दोषियों के खिलाफ कारवाई की जाएगी ।
(रिपोर्ट: पंकज भारतीय)
सरपंच साहेब की पिटाई और तुगलकी फरमान को देखने और सुनने के लिए आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भले ही मौजूद नही हैं लेकिन जिस गांधी ने सत्ता के विकेंद्रीकरण का सपना पंचायती राज के माध्यम से देखा था, वह आत्मा आज स्वर्ग में जरूर जार-जार आंसू बहा रहा होगा । आंसू तो समाज सुधारक राजा राम मोहन राय की आत्मा भी बहा रही होगी, जिन्होंने विधवा विवाह को कानूनी और सामाजिक स्वीकृति दिलाने में कोई कोर -कसर नही छोड़ा था । सरपंच साहेब, ठीक है, ग़ालिब साहब की ही मान लेते हैं कि '-----आग का दरिया है '। लेकिन सोटा (लाठी) से पिटाई और गांव बदर का हक आपको किस कानून ने दे दिया ।
आप ठीक समझ रहे हैं । हम बिहार अररिया के बौसी थाना क्षेत्र के फरकिया गांव की बात कर रहे हैं, जहां के सरपंच मो असलम चर्चा में हैं । बहरहाल पुलिस उन्हें गली मोहल्ले में ढूंढ रही है । हुआ यह कि 19 सितम्बर को सरपंच के कोर्ट में ग्राम के अधेड़ और विधवा की प्रेम कहानी पहुची । पंचों ने माना कि दोनों की वजह से गांव का माहौल खराब हो रहा है । आपत्ति इस बात को लेकर भी थी कि प्रेमी और अलग अलग धर्म के थे । ग्राम कचहरी में प्रेमी युगल की पेशी रस्सी में बाँधकर हुई । पंचो की राय और भीड़ की मांग पर सरपंच इतने उत्साहित हुए की पहले तो खुद सोंटा से प्रेमी युगल की पिटाई की और फिर दोनो को 50 हजार रुपये का जुर्माना सुनाया गया । तत्काल ही विधवा का निकाह बिना उसकी रजामंदी के अधेड़ प्रेमी से करा दिया गया और उसके बाद दोनों को गॉंव से बाहर निकाल दिया गया ।
प्रत्यक्षदर्शियों की माने और सोशल मीडिया में वायरल वीडियो पर यकीन करें तो एक ही रस्सी में जकड़े प्रेमी युगल को सफाई देने का मौका दिए बिना जमकर पिटाई की गई ।पिटाई करते सरपंच कह रहे हैं ' शादी तो करना पड़ेगा ,यहां रहने भी नही देंगे ' ।वही जिज्ञासा प्रकट करते कहते हैं ' सब सिस्टम बताओ ,कैसे कैसे प्रेम हुआ '। डरे -सहमे प्रेमी युगल हर सोंटा पर केवल आह भरते नजर आ रहे हैं । भाई ,वॉलीवुड की फ़िल्म होती तो प्रेमिका सरपंच से गाने के शक्ल में जरूर कहती ' ------कोई लाठी से ना मारे मेरे दीवाने को '। मामले का खुलासा तब हुआ जब 21 सितंबर को विधवा के पिता ने सरपंच समेत 16 लोगों के खिलाफ थाना में मामला दर्ज कराया । अररिया एसडीपीओ के डी सिंह कहते हैं कि मामला सही है, प्राथमिकी दर्ज की गई है, दोषियों के खिलाफ कारवाई की जाएगी ।
(रिपोर्ट: पंकज भारतीय)
अररिया में सोटा वाले सरपंच ने सुनाया नायाब फैसला, अधेड़ प्रेमी व विधवा प्रेमिका की हुई पिटाई और लगाया 50 हजार जुर्माना, कराया निकाह
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 22, 2019
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