चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक के द्वारा गुपचुप तरीके से ममता बहाली का आरोप

मधेपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पुरैनी में ममता बहाली में धांधली करने एवं गुपचुप तरीके से चयन प्रक्रिया करने का आरोप लगाया है. 


इसे लेकर चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर विनय कृष्ण एवं बीएचएम अरूण कुमार पर रोगी कल्याण समिति के सदस्यों द्वारा लगाए गये आरोप के आलोक में बीते 18 जनवरी को असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मधेपुरा के द्वारा जारी पत्रांक 774 दिनांक 21 जनवरी 2019 एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पीएचसी पुरैनी के पत्रांक 391 दिनांक 1 दिसम्बर 2018 के क्रम में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा यह निर्देश जारी किया गया है कि पीएचसी पुरैनी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सह अध्यक्ष रोगी कल्याण समिति को आदेशित किया जाता है कि पीएचसी पुरैनी के पत्रांक 391 दिनांक 1 दिसंबर 2018 के द्वारा की गयी ममता चयन को रद्द कर इसकी सूचना पत्र के माध्यम से अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध करायी जाय। 

जबकि बीते दिनों हुए रोगी कल्याण समिति की बैठक में उक्त मुद्दे को लेकर रोगी कल्याण समिति के सदस्यों एवं चिकित्सा पदाधिकारी व बीएचएम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पुरैनी के बीच जमकर नोंकझोंक हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के आदेश के आलोक में नए सिरे से ममता के पद पर बहाली में पारदर्शिता लाने हेतु पुनः ममता बहाली हेतु आवेदन लेने का निर्णय लिया गया। वहीं उक्त मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के नियमों की अनदेखी कर पुरैनी पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य प्रबंधक द्वारा गुपचुप तरीके से ममता बहाल कर उनसे कार्य लिया जा रहा है । 

मामले को लेकर रोगी कल्याण समिति के सदस्य में रोष व्याप्त है. सदस्यों का कहना है कि रोगी कल्याण समिति की बैठक में यह निर्णय लिये जाने के लिए नये सिरे से आवेदन लिया जाय एवं मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मधेपुरा के द्वारा आदेशित किये जाने के बावजूद पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक मनमाने तरीके से कार्य कर रहे जो अनुचित है । रोगी कल्याण समिति के सदस्य शैलेन्द्र कुमार, बजरंग चौधरी, निर्मल ठाकुर , अफरोज आलम, नीलम कुमारी आदि का आरोप यह है कि चिकित्सा पदाधिकारी एवं बीएचएम ने मोटी रकम की उगाही कर सदस्यों व नियमावली को ताख पर रखकर ममता बहाली कर दी है। मोटी रकम की उगाही ही यह वजह बनी है कि विभाग द्वारा आदेशित एवं रोगी कल्याण समिति की बैठक में ममता बहाली रद्द कर नये सिरे से आवेदन लेने की प्रक्रिया के निर्णय की अवहेलना की जा रही है। 

उधर, नए सिरे से ममता की बहाली को लेकर प्रकिया शुरू किए जाने के सूचना से अस्पताल में पहले से नियुक्त ममता पर तलवार लटक गई है।

क्या कहते है चिकित्सा पदाधिकारी 

वहीं इस बाबत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पुरैनी के चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर विनय कृष्ण का कहना है कि सभी आरोप निराधार है जिन ममता की बहाली हो चुकी है वह रद्द नही होगी ।
चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक के द्वारा गुपचुप तरीके से ममता बहाली का आरोप चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक के द्वारा गुपचुप तरीके से ममता बहाली का आरोप Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 30, 2019 Rating: 5

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