मधेपुरा के सिंहेश्वर में जितेंद्र कुमार के हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं और मृतक के परिजनों को केस उठाने की धमकी दे रहे हैं. इस आशय का आवेदन आरक्षी अधीक्षक संजय कुमार को मृतक की पत्नी सिंपी देवी ने आवेदन दे कर परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है.
कहा कि एक बार धमकी देकर मेरे पति को मार डाला, अब पूरे परिवार को मारने की धमकी दे रहा है.
मालूम हो कि दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद जितेन्द्र हत्या कांड में शामिल अभियुक्तों को पकड़ने में गम्हरिया पुलिस नाकाम रही है. आरोपी के खुलेआम घूमने से ग्रामीण भी शंकित है. गम्हरिया कांड संख्या 150/18 के नामजद हत्यारे अंशु कुमार को लोगों ने गांव में घूमते हुए देखा, वहीं उसके साथ तीन और अभियुक्त घटना में नामजद होने के बावजूद जिसका पुलिस अभी तक पता नहीं लगा सकी है.
पुलिस की शिथिलता बरतने के कारण मृतक के परिजनों और ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है. जानकारी हो कि बीते 12 सितम्बर बुधवार को रुपौली पंचायत के सिंगीओन वार्ड नंबर 14 निवासी जितेंद्र कुमार यादव की हत्या दुलार पिपराही पंचायत के काली चौक वार्ड नंबर 11 स्थित अपने कथित गैराज पर कर के फेंक दिया था. उसकी हत्या का प्रमुख कारण गैराज की आड़ में शराब बेचने का काम चलता था, जिसे राजनीतिक संरक्षण भी मिल रहा था. वहीं शराब बेचने की सूचना पुलिस को देने की शिकायतों के कारण ही जितेन्द्र कुमार की हत्या कर दी गई.
मृतक जीतेन्द्र की पत्नी सिम्पी देवी ने गम्हरिया थाना में अंशु कुमार के साथ तीन और अभियुक्त को नामजद बनाया है. जिसमे रंधीर मंडल, बिसो मंडल और दयानंद ऋषिदेव की संलिप्तता बता रही हैं. इस बावत मृतक के भाई धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि आज 14 दिन के बाद भी पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. अभी तक हत्या जैसे मामले के बावजूद केस का सुपरविजन के लिए भी कोई अधिकारी नहीं आये हैं. हत्यारा पिपराही गावं में खुलेआम घूम रहा है. इस की सूचना गम्हरिया थाना को दिया गया लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
इस बावत गम्हरिया थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि तीन और नाम आया है. सभी अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी हो गया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी की जा रही है. जहाँ तक अभियुक्त के घर पहुंच कर धमकी देने के बारे में कहा कि ग्रामीण इतने आक्रोशित हैं कि उसे देख लेने पर जिंदा नही छोड़ेगा. इसलिए इस बात में सच्चाई कम नजर आ रही है.
कहा कि एक बार धमकी देकर मेरे पति को मार डाला, अब पूरे परिवार को मारने की धमकी दे रहा है.
मालूम हो कि दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद जितेन्द्र हत्या कांड में शामिल अभियुक्तों को पकड़ने में गम्हरिया पुलिस नाकाम रही है. आरोपी के खुलेआम घूमने से ग्रामीण भी शंकित है. गम्हरिया कांड संख्या 150/18 के नामजद हत्यारे अंशु कुमार को लोगों ने गांव में घूमते हुए देखा, वहीं उसके साथ तीन और अभियुक्त घटना में नामजद होने के बावजूद जिसका पुलिस अभी तक पता नहीं लगा सकी है.
पुलिस की शिथिलता बरतने के कारण मृतक के परिजनों और ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है. जानकारी हो कि बीते 12 सितम्बर बुधवार को रुपौली पंचायत के सिंगीओन वार्ड नंबर 14 निवासी जितेंद्र कुमार यादव की हत्या दुलार पिपराही पंचायत के काली चौक वार्ड नंबर 11 स्थित अपने कथित गैराज पर कर के फेंक दिया था. उसकी हत्या का प्रमुख कारण गैराज की आड़ में शराब बेचने का काम चलता था, जिसे राजनीतिक संरक्षण भी मिल रहा था. वहीं शराब बेचने की सूचना पुलिस को देने की शिकायतों के कारण ही जितेन्द्र कुमार की हत्या कर दी गई.
मृतक जीतेन्द्र की पत्नी सिम्पी देवी ने गम्हरिया थाना में अंशु कुमार के साथ तीन और अभियुक्त को नामजद बनाया है. जिसमे रंधीर मंडल, बिसो मंडल और दयानंद ऋषिदेव की संलिप्तता बता रही हैं. इस बावत मृतक के भाई धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि आज 14 दिन के बाद भी पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. अभी तक हत्या जैसे मामले के बावजूद केस का सुपरविजन के लिए भी कोई अधिकारी नहीं आये हैं. हत्यारा पिपराही गावं में खुलेआम घूम रहा है. इस की सूचना गम्हरिया थाना को दिया गया लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
इस बावत गम्हरिया थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि तीन और नाम आया है. सभी अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी हो गया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी की जा रही है. जहाँ तक अभियुक्त के घर पहुंच कर धमकी देने के बारे में कहा कि ग्रामीण इतने आक्रोशित हैं कि उसे देख लेने पर जिंदा नही छोड़ेगा. इसलिए इस बात में सच्चाई कम नजर आ रही है.
14 दिन बाद भी जितेंद्र हत्या कांड में पुलिस के हाथ ख़ाली, कांड में 4 नामजद अभियुक्त
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 25, 2018
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