स्वच्छता अभियान को लेकर एक और जहां प्रधानमंत्री ढृढ संकल्पित है वहीं मधेपुरा के शंकरपुर हाट परिसर मे कचरे का अंबार लगा है.
दुकानदार कचरे के ढेर पर दुकान लगाकर अपना सामान बेच लेते हैं, लेकिन उन्हें कचरे से फैले गंदगी एवं लोगों के स्वास्थ्य का जरा भी ख्याल नहीं है.
मालूम हो कि सरकार की इन महत्वाकांक्षी योजनाओं के ऊपर लाखों-करोड़ों रूपया खर्च होता है, लेकिन शंकरपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित हाट परिसर को कोई देखने वाला नहीं है. जबकि इस हाट से सरकार को प्रति वर्ष लाखों की राजस्व प्राप्ति होती है, लेकिन सुविधा नदारद है. वर्षा के दिनों में कचरे के ढेर से निकले बदबू के बीच आम-जन खरीदारी करते हैं, वे अपने-अपने स्वास्थ्य का प्रभाव न कर उसी कचरे के ढेर पर से सामान खरीद कर घर ले जाते हैं. इस हाट के बगल से, प्रखंड से लेकर जिले के तमाम आलाधिकारी गुजरते हैं, फिर भी इसके रख-रखाव का कोई आज तक ख्याल नहीं रखा है.
बता दें कि हाट की निगरानी अंचलाधिकारी के जिम्मे है, लेकिन आजतक वे इसके साफ-सफाई, रख-रखाव एवं अन्य सुविधाओं के बारे में ध्यान नहीं दिए हैं. वे सिर्फ सरकारी राजस्व की वसूली करवाना ही मुनासिब समझते हैं. हाट परिसर में अवस्थित मध्य विधालय शंकरपुर के बगल मे कचरे के ढेर का अंबार लगा रहता है. जबकि सरकारी नियमानुसार स्कूल के पांच सौ मीटर की दूरी पर ही मांस, मछली, शराब, गुटखा आदि मादक पदार्थों की दुकान होनी चाहिए. लेकिन यहां दुकान के दीवार के बगल में ही मांस-मछली का दुकान सजाया जाता है. खासकर मांस-मछली का बाजार से निकले गंदगी को दुकानदार उक्त विद्यालय के परिसर के बगल में ही जमा कर देते हैं.इनके कचरे की गंदगी के बीच ही बच्चा पढ़ने के लिए विद्यालय जाता है.
इस बावत बाजार आने वाले ग्रामीण संतोष यादव, रामकिशुन यादव, देवो शर्मा, राजकिशोर यादव, राजेश कुमार, किशोर कुमार, सुनील कुमार, मनोज कुमार, बिन्देश्वरी सरदार, श्यामानंद मेहता, संतोष कुमार, पप्पू कुमार, अजय, विजय सहित कई लोगों ने बताया कि शंकरपुर हाट आते ही नाक बंद करके रखना पड़ता है.
इस बावत सीओ ज्ञान प्रकाश शेराफिम से पूछने पर उन्होंने कहा कि मेरा स्थानान्तरण हो गया है कहकर उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया.
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgkUj5i3z9v-_doIfRVuPmSYcwT4pjaeKjN8avAIfYDBwZnSbavJahN2c5nqUIJcLNLDQK3OpB5zHDoNB6VSTy9g4LKwkCR9eK4nkNsYNzPytnDcNex0CWyiRr43_nCllfGA0FbfkaSebU/s1600/Mukesh+Kumar+Shankar.jpg)
दुकानदार कचरे के ढेर पर दुकान लगाकर अपना सामान बेच लेते हैं, लेकिन उन्हें कचरे से फैले गंदगी एवं लोगों के स्वास्थ्य का जरा भी ख्याल नहीं है.
मालूम हो कि सरकार की इन महत्वाकांक्षी योजनाओं के ऊपर लाखों-करोड़ों रूपया खर्च होता है, लेकिन शंकरपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित हाट परिसर को कोई देखने वाला नहीं है. जबकि इस हाट से सरकार को प्रति वर्ष लाखों की राजस्व प्राप्ति होती है, लेकिन सुविधा नदारद है. वर्षा के दिनों में कचरे के ढेर से निकले बदबू के बीच आम-जन खरीदारी करते हैं, वे अपने-अपने स्वास्थ्य का प्रभाव न कर उसी कचरे के ढेर पर से सामान खरीद कर घर ले जाते हैं. इस हाट के बगल से, प्रखंड से लेकर जिले के तमाम आलाधिकारी गुजरते हैं, फिर भी इसके रख-रखाव का कोई आज तक ख्याल नहीं रखा है.
बता दें कि हाट की निगरानी अंचलाधिकारी के जिम्मे है, लेकिन आजतक वे इसके साफ-सफाई, रख-रखाव एवं अन्य सुविधाओं के बारे में ध्यान नहीं दिए हैं. वे सिर्फ सरकारी राजस्व की वसूली करवाना ही मुनासिब समझते हैं. हाट परिसर में अवस्थित मध्य विधालय शंकरपुर के बगल मे कचरे के ढेर का अंबार लगा रहता है. जबकि सरकारी नियमानुसार स्कूल के पांच सौ मीटर की दूरी पर ही मांस, मछली, शराब, गुटखा आदि मादक पदार्थों की दुकान होनी चाहिए. लेकिन यहां दुकान के दीवार के बगल में ही मांस-मछली का दुकान सजाया जाता है. खासकर मांस-मछली का बाजार से निकले गंदगी को दुकानदार उक्त विद्यालय के परिसर के बगल में ही जमा कर देते हैं.इनके कचरे की गंदगी के बीच ही बच्चा पढ़ने के लिए विद्यालय जाता है.
इस बावत बाजार आने वाले ग्रामीण संतोष यादव, रामकिशुन यादव, देवो शर्मा, राजकिशोर यादव, राजेश कुमार, किशोर कुमार, सुनील कुमार, मनोज कुमार, बिन्देश्वरी सरदार, श्यामानंद मेहता, संतोष कुमार, पप्पू कुमार, अजय, विजय सहित कई लोगों ने बताया कि शंकरपुर हाट आते ही नाक बंद करके रखना पड़ता है.
इस बावत सीओ ज्ञान प्रकाश शेराफिम से पूछने पर उन्होंने कहा कि मेरा स्थानान्तरण हो गया है कहकर उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया.
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgkUj5i3z9v-_doIfRVuPmSYcwT4pjaeKjN8avAIfYDBwZnSbavJahN2c5nqUIJcLNLDQK3OpB5zHDoNB6VSTy9g4LKwkCR9eK4nkNsYNzPytnDcNex0CWyiRr43_nCllfGA0FbfkaSebU/s1600/Mukesh+Kumar+Shankar.jpg)
हाट परिसर में कचरे का अम्बार, कचरे पर दूकान लगाकर सामान बेच रहे दुकानदार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 16, 2018
Rating:
![हाट परिसर में कचरे का अम्बार, कचरे पर दूकान लगाकर सामान बेच रहे दुकानदार](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhntaQlcZWthRpSQJrp6tjqEoiSuTYE3r5ItzSBAo6c05bPM3eRlnYvi5mZe_f8j5BfsFQGkI0s6jM3P2DhwnsqnD7TcehrXPbHm_-51VnxbKqjewjZTKzXRTpk9fSm6cvPrKgS15wt430/s72-c/MT-jpg-img_sng.png)
No comments: