मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर थानाक्षेत्र में सरकारी भूमि पर बाउंड्री बनाने को लेकर दो पक्षों में जमकर हुई मारपीट जिसमें दोनों पक्ष से तीन तीन लोग घायल हो गए ।
जानकारी अनुसार जजहट सबैला के पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद इश्तियाक आलम अपने घर के आगे स्थित कथित पीएचडी के जलमीनार की बाउंड्री गिर जाने के बाद उस पर नए बाउंड्री का निर्माण करवा रहे थे । जिसको लेकर दूसरे पक्ष मोतीउर रहमान एवं उसके पक्ष के लोगों ने थाने में आवेदन देते हुए बताया कि जो जमीन बिहार सरकार की कही जा रही है वह उनके पुरखों की खतियानी जमीन है, जिस पर इस्तियाक आलम के द्वारा जबरदस्ती बाउंड्री वाल का काम किया जा रहा है ।
इसी विवाद के कारण दोनों पक्षों में बहस हो गई जो देखते ही देखते मारपीट में तब्दील हो गई । जिसमें मोतीउर रहमान पक्ष के मो. आदिल उर्फ मोनू, मो. सरताज तथा मो. मोतीउर रहमान घायल हो गए । वहीं इश्तियाक आलम के पक्ष के मो. इरशाद, मो. अरशद और शकीला खातून घायल हो गई ।
वहीं मारपीट की इस घटना के दौरान जिला पदाधिकारी साथ एसडीओ वृंदा लाल सिंहेश्वर में ओडीएफ के बैठक के बाद लौट रहे थे । डीएम के आदेश पर घटनास्थल पर रुक कर एसडीओ ने घटना की पूरी जानकारी ली और दोनों पक्ष को शाम में अपने कार्यालय में बुलाया । वहीँ सीओ, बीडीओ और थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि अभिलंब उस विवादित जगह पर काम बंद करवाये और जब तक कोई फैसला नहीं होता है उस जगह की यथास्थिति बरकरार रखें ।
जबकि दूसरे पक्ष मोहम्मद मोतिउर रहमान ने आरोप लगाते हुए बताया कि थानाध्यक्ष को सुबह ही आवेदन दिये हैं लेकिन इतना तनावपूर्ण माहौल के बाबजूद वह कार्यस्थल पर नहीं आये । जब इसकी सूचना एसपी साहब को दी गई तो थाना से एसआई अनिल मल्लिक घटनास्थल पर पहुंचे । लेकिन उनके सामने ही इस्तियाक आलम के लोगों के द्वारा पीछे से आ कर लाठी डंडे से मारपीट शुरू कर दी गई । वहीँ इस मामले में पंचायत समिति सदस्य इस्तियाक आलम का कहना है मैं पीएचडी के चारदीवारी जो गिर गई थी उसका निर्माण कर रहा था जो बिहार सरकार की जमीन है जिसको मोतीपुर रहमान अपनी जमीन बता रहा है ।
इस मामले में एसडीओ वृंदलाल ने दोनों पक्षों को जमीन का कागजात लेकर अपने कार्यालय बुलाया है । तत्काल थानाध्यक्ष बीडी पंडित को निर्देश दिया गया है कि उस जगह पर किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं होगा । घटनास्थल पर बीडीओ अजीत कुमार, सीओ कृष्ण कुमार सिंह, एसआई अनिल मल्लिक आदि मौजूद थे ।
जानकारी अनुसार जजहट सबैला के पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद इश्तियाक आलम अपने घर के आगे स्थित कथित पीएचडी के जलमीनार की बाउंड्री गिर जाने के बाद उस पर नए बाउंड्री का निर्माण करवा रहे थे । जिसको लेकर दूसरे पक्ष मोतीउर रहमान एवं उसके पक्ष के लोगों ने थाने में आवेदन देते हुए बताया कि जो जमीन बिहार सरकार की कही जा रही है वह उनके पुरखों की खतियानी जमीन है, जिस पर इस्तियाक आलम के द्वारा जबरदस्ती बाउंड्री वाल का काम किया जा रहा है ।

वहीं मारपीट की इस घटना के दौरान जिला पदाधिकारी साथ एसडीओ वृंदा लाल सिंहेश्वर में ओडीएफ के बैठक के बाद लौट रहे थे । डीएम के आदेश पर घटनास्थल पर रुक कर एसडीओ ने घटना की पूरी जानकारी ली और दोनों पक्ष को शाम में अपने कार्यालय में बुलाया । वहीँ सीओ, बीडीओ और थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि अभिलंब उस विवादित जगह पर काम बंद करवाये और जब तक कोई फैसला नहीं होता है उस जगह की यथास्थिति बरकरार रखें ।

इस मामले में एसडीओ वृंदलाल ने दोनों पक्षों को जमीन का कागजात लेकर अपने कार्यालय बुलाया है । तत्काल थानाध्यक्ष बीडी पंडित को निर्देश दिया गया है कि उस जगह पर किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं होगा । घटनास्थल पर बीडीओ अजीत कुमार, सीओ कृष्ण कुमार सिंह, एसआई अनिल मल्लिक आदि मौजूद थे ।
बिहार सरकार की जमीन पर घेरा बंदी में हुई मारपीट में 6 घायल
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 11, 2018
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