कोशी की बेटियों का जलवा (2): ड्रिमा आनंद ने NEET की परीक्षा में मारी बाजी, आज के ही दिन दादा की मौत धमहारा ट्रेन दुर्घटना में हुई थी और आज मिली दोहरी ख़ुशी
CBSE- (National Eligibility cum Entrance Test 2018 यानी मेडिकल के लिए हुई इस साल की परीक्षा में मधेपुरा जिले से भी कई बेटियों ने अपना दम दिखाया है.
इनमें से एक हैं, मधेपुरा जिला मुख्यालय के पुरानी बाजार की एक बेटी ड्रिमा आनंद. ड्रिमा को NEET की परीक्षा में कुल 720 में 395 अंक प्राप्त हुए हैं. सोमवार को जहाँ ड्रिमा को NEET के रिजल्ट की ख़ुशी मिली वहीँ आज बुधवार को बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट परिणाम भी ड्रिमा के लिए सुखद सन्देश लेकर आया. ड्रिमा को इंटरमीडिएट की परीक्षा में 71% मार्क्स मिले हैं.
ड्रिमा के घर में आज भले ही दोहरी सफलता का जश्न मनाया जा रहा हो, पर आज का दिन इस परिवार के लिए वर्ष 1981 के बाद से अबतक दर्द देता आया था. आज के दिन ही ड्रिमा के दादाजी स्व० जयशंकर झा की मौत भारत से सबसे चर्चित धमहारा (बिहार) रेल दुर्घटना में हुई थी. मधेपुरा के निवासी से० झा उस समय खगड़िया में अवर निर्चाचन पदाधिकारी थे और घटना के दिन घर वापस आ रहे थे.
पर 24 मई 2000 को जन्मी पिता डॉ. अभाष आनंद और माता सुधा आनंद की बेटी ड्रिमा मानती है कि शायद माता-पिता और शुभचिंतकों के अलावे उनके दादाजी स्व० जयशंकर झा का भी आशीर्वाद अबतक उनके साथ है, शायद तब ही आज उनकी पुण्यतिथि पर सफलता मिली है.
इसे भी पढ़ें: ‘बेटियों में डिटर्मिनेशन ज्यादा होती है’: कैसे करें मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी?: जाने NEET में सफल मधेपुरा की ऐश्वरी आनंद से
ड्रिमा आनंद की प्रारंभिक और लगभग पूरी शिक्षा मधेपुरा में ही हुई. 5th तक की पढ़ाई जहाँ ड्रिमा ने मधेपुरा के हॉली एंजेल्स से पूरी की और इसके बाद वर्ष 2011 में ड्रिमा ने मधेपुरा जिला मुख्यालय के सेंट विलियम्स स्कूल में दाखिला लिया जहाँ से वर्ष 2016 में सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा 9.6 CGPA के बेहतरीन अंकों के साथ पास की.
स्वाध्याय और कड़ी मेहनत को सफलता का मूलमंत्र मानने वाली ड्रिमा आनंद का सपना एक अच्छी डॉक्टर बनकर मधेपुरा के लोगों की सेवा करना है. उल्लेखनीय है कि ड्रिमा आनंद की बड़ी बहन ऐश्वरी आनंद ने भी वर्ष 2016 में NEET की परीक्षा में सफलता हासिल कर इलाके का नाम रोशन किया था.
(रिपोर्ट: आर. के. सिंह)
इनमें से एक हैं, मधेपुरा जिला मुख्यालय के पुरानी बाजार की एक बेटी ड्रिमा आनंद. ड्रिमा को NEET की परीक्षा में कुल 720 में 395 अंक प्राप्त हुए हैं. सोमवार को जहाँ ड्रिमा को NEET के रिजल्ट की ख़ुशी मिली वहीँ आज बुधवार को बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट परिणाम भी ड्रिमा के लिए सुखद सन्देश लेकर आया. ड्रिमा को इंटरमीडिएट की परीक्षा में 71% मार्क्स मिले हैं.
ड्रिमा के घर में आज भले ही दोहरी सफलता का जश्न मनाया जा रहा हो, पर आज का दिन इस परिवार के लिए वर्ष 1981 के बाद से अबतक दर्द देता आया था. आज के दिन ही ड्रिमा के दादाजी स्व० जयशंकर झा की मौत भारत से सबसे चर्चित धमहारा (बिहार) रेल दुर्घटना में हुई थी. मधेपुरा के निवासी से० झा उस समय खगड़िया में अवर निर्चाचन पदाधिकारी थे और घटना के दिन घर वापस आ रहे थे.
पर 24 मई 2000 को जन्मी पिता डॉ. अभाष आनंद और माता सुधा आनंद की बेटी ड्रिमा मानती है कि शायद माता-पिता और शुभचिंतकों के अलावे उनके दादाजी स्व० जयशंकर झा का भी आशीर्वाद अबतक उनके साथ है, शायद तब ही आज उनकी पुण्यतिथि पर सफलता मिली है.
इसे भी पढ़ें: ‘बेटियों में डिटर्मिनेशन ज्यादा होती है’: कैसे करें मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी?: जाने NEET में सफल मधेपुरा की ऐश्वरी आनंद से
ड्रिमा आनंद की प्रारंभिक और लगभग पूरी शिक्षा मधेपुरा में ही हुई. 5th तक की पढ़ाई जहाँ ड्रिमा ने मधेपुरा के हॉली एंजेल्स से पूरी की और इसके बाद वर्ष 2011 में ड्रिमा ने मधेपुरा जिला मुख्यालय के सेंट विलियम्स स्कूल में दाखिला लिया जहाँ से वर्ष 2016 में सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा 9.6 CGPA के बेहतरीन अंकों के साथ पास की.
स्वाध्याय और कड़ी मेहनत को सफलता का मूलमंत्र मानने वाली ड्रिमा आनंद का सपना एक अच्छी डॉक्टर बनकर मधेपुरा के लोगों की सेवा करना है. उल्लेखनीय है कि ड्रिमा आनंद की बड़ी बहन ऐश्वरी आनंद ने भी वर्ष 2016 में NEET की परीक्षा में सफलता हासिल कर इलाके का नाम रोशन किया था.
(रिपोर्ट: आर. के. सिंह)
कोशी की बेटियों का जलवा (2): ड्रिमा आनंद ने NEET की परीक्षा में मारी बाजी, आज के ही दिन दादा की मौत धमहारा ट्रेन दुर्घटना में हुई थी और आज मिली दोहरी ख़ुशी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 06, 2018
Rating:

No comments: