मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड मुख्यालय पर आज शनिवार को विभिन्न मांगो को लेकर नियोजित शिक्षक संघ ने धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम दिया.
उदाकिशुनगंज प्रखंड अध्यक्ष संजय कुमार की अध्यक्षता में हुए धरने में शिक्षक संघ ने राज्य सरकार पर नियोजित शिक्षकों के उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि सरकार अपने वायदे को पूरा नहीं कर रही है. सरकार शिक्षकों को अपमानित कर रही है, पर शिक्षक अपमान सहन नहीं करेंगे. सरकार की गलत नीति के विरोध में और मांगो लेकर शिक्षक संघ आंदोलन आगे भी जारी रखेंगे. बतया कि चरणबद्ध आंदोलन की कड़ी में 23 फरवरी को जिला मुख्यालय पर धरणा देंगे, जबकि 27 फरवरी को विधान सभा का घेराव किया जाएगा.
बातें नहीं बनने की स्थति में आंदोलन आगे भी जारी रहेगा. शिक्षकों ने कहा कि विद्यालय का जीविका कर्मियों से जांच कराना शिक्षकों का अपमान है. विधालय को जीविका कर्मी के जांच से मुक्त किया जाए. शिक्षकों के अन्य मांगो में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में नियोजित शिक्षकों और पुस्तकालय अध्यक्षों को समान काम के बदले समान वेतन लागू करने, इन्हें राज्य कर्मी का दर्जा देने, नियमित शिक्षकों की सेवा शर्त का लाभ नियोजित शिक्षकों को भी मिले, अप्रशिक्षित शिक्षकों को ग्रेड पे दिया जाए, विधालय को जीविका कर्मियों से मुक्त किया जाए, छंटनी नीति पर अबिलंब रोक लगाना जाए आदि शामिल हैं.
धरना कार्यक्रम में संघ के अनुमंडलीय अध्यक्ष सामंत कुमार सानू समेत दर्जनों शिक्षक शामिल थे.
(रिपोर्ट: कुमारी मंजू)
‘शिक्षकों को अपमानित करना बंद करें सरकार वर्ना होगा प्रहार’: शिक्षकों का धरना
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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February 18, 2017
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