सिंहेश्वर में अष्टयाम-भंडारा के साथ कम्बल व वस्त्र वितरण मकर संक्रांति की खासियत

मकर संक्रांति के अवसर पर मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर में पूजा-पाठ, भजन कीर्तन, चौपड़ा प्रसाद, भंडारा तो कही श्रद्धालुओं के द्वारा कंबल और कपडों का वितरण किया गया.
   जानकारी के अनुसार हर साल की तरह लगातार 13 वां श्री श्री 108 संत श्री तपसी बाबा के समाधी स्थल पर अष्टयाम, होम, प्रसाद एवं भंडारा का आयोजन किया गया. इस आयोजन में दूर-दूर के साधू-संतो ने भाग लिया. यहां पर 24 घंटे का अष्टयाम और भंडारा का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालु और आम लोग शामिल हुए.

कंबल का हुआ वितरण :- बाबा फर्टिलाइजर के प्रो. दिलीप खंडेलवाल ने मकर संक्रांति के अवसर पर ठंड से ठिठुरते हुए साधू-संतो और गरीबों के बीच 50 कंबल का वितरण किया. श्री खंडेलवाल ने जगह-जगह पर जा कर जरूरतमंदो के बीच कंबल बाँट कर गरीबों के प्रति अपनी सद्भभावना जाहिर की. मौजूद सोनु गुप्ता ने बताया कि भक्तों के बीच तरह के कार्यो के लिए हमेशा श्री खंडेलवाल अग्रणी भूमिका निभाते हैं.

वस्त्रों का भी हुआ वितरण :-  सिंहेश्वर मंदिर परिसर में मौजूद सभी मांगने वाले ग़रीबों और भिखारियों के बीच नये कपडे जैसे गंजी, टी-शर्ट, पैंट, कमीज आदि का वितरण ट्राय के कोषाध्यक्ष परमानन्द अग्रवाल ने किया. हालांकि वितरण के दौरान कई मांगने वालों ने ढिठाई दिखाते हुए उनके हाथों से कपड़े छीन कर भी भाग गये. फिर स्थानीय लोगों के सहयोग के बाद कपड़े बनात्ने में मदद मिली. वहीँ तपसी बाबा के आश्रम के भव्य आयोजन में रतन अग्रवाल, बलराम साह, श्याम सुंदर अग्रवाल, नुनु चौधरी, लालो चौधरी, हरिओम गोस्वामी, शत्रुघ्न राम, श्रवन गोस्वामी, वकील शर्मा, राजेश दास ने अहम भूमिका निभाई.
     कुल मिलाकर जहाँ पूरे मधेपुरा जिले में मकर संक्रांति श्रद्धापूर्वक मनाया गया वहीँ आज पूरे सिंहेश्वर में भक्तिमय और सौहार्दपूर्ण वातावरण दिखा.
सिंहेश्वर में अष्टयाम-भंडारा के साथ कम्बल व वस्त्र वितरण मकर संक्रांति की खासियत सिंहेश्वर में अष्टयाम-भंडारा के साथ कम्बल व वस्त्र वितरण मकर संक्रांति की खासियत Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 14, 2017 Rating: 5
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