एक तरफ जहाँ शराबबंदी के समर्थन में मानव श्रृंखला की तैयारी में अधिकारी व्यस्त हैं वहीं दूसरी तरफ मधेपुरा
जिला मुख्यालय के कला भवन के सामने धरना स्थल पर होमगार्ड का एक जवान भूख हड़ताल पर है.
भूख हड़ताल पर बैठे विजेंदर राम का कहना है
कि 6 मार्च 2014 को जब मंडल कारा मधेपुरा में ड्यूटी पर था तो उन पर मनगढ़त आरोप
जेल अधीक्षक ने लगाए, जिसके कारण उन्हें ब्लैक लिस्ट में डाल दिया. उस दिन से अभी तक
मुझे ड्यूटी पर जिला समादेष्टा मधेपुरा द्वारा नहीं भेजा गया.
उन्होंने कहा मैं महादलित परिवार से आता हूं. जीवन के लिए कोई चारा नहीं बचा है. मेरे 3 जवान बेटी
है, उसकी शादी कैसे करूं? इसके लिए सोच-सोच कर बीमार पड़ जाता हूं. विजेंदर राम ने
मधेपुरा के डीएम मो. सोहैल से मांग किया है कि मेरे भुखमरी की स्थिति को देखते हुए
अविलम्ब मुझे ड्यूटी पर भेजने की कृपा करें. उन्होंने कहा कि जब तक मुझे ड्यूटी पर
नहीं भेजेंगे, तब तक भूख हड़ताल पर बैठा रहूंगा.
भूख
हड़ताल पर होमगार्ड के जवान के समर्थन में विजेंदर राम की पत्नी श्यामा देवी,
पुत्री चमेली कुमारी और उषा कुमारी मौजूद थीं.
पत्नी और बच्चों समेत भूख हड़ताल पर: लगाई फिर से ड्यूटी पर भेजने की गुहार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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January 16, 2017
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