सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति (भाग-7): आपसी झगड़े के कारण मंदिर का विकास अवरूद्ध

सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के सचिव ने आखिरकार लोगो के विरोध को देखते हुऐ बिना अध्यक्ष के अनुमोदन के ही बैठक बुला कर मेला के लिये समस्या बने मेला की सड़कों को दुरुस्त करने का रास्ता साफ कर दिया.
      सचिव के इस निर्णय से जहाँ लोगो मे ख़ुशी है वहीं बैठक मे अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नहीं पहुँचने से लोगो के मन मे उसके अनुमोदन को लेकर संशय बना हुआ है. क्योंकि इससे पूर्व के बैठक की प्रोसिडिंग की कापी अध्यक्ष और सचिव के पिसता रहा था तब सदस्यो ने अनुमोदित किया. हलांकि 18 फरवरी की इस बैठक में वरियता के अनुसार बैठक की अध्यक्षता धर्मनारायण ठाकुर ने की.
            पांच दिन मे पंचायत से न्यास के सडको का निर्माण नही करा पाने का दर्द भी उनके चेहरे पर था. बैठक से एक दिन पूर्व ही सिंहेश्वर मंदिर न्यास के सचिव सह अनुमंडल पदाधिकारी मधेपुरा को पत्र लिख कर बिना सक्षम आदेश के सडक निर्माण कार्य कैसे शुरू हुआ, पर राय मांगी गई थी और  इसके लिये पूर्व प्रबंधक पर कारवाई की मांग भी की थी. हालांकि पूर्व प्रबंधक महेश्वर सिंह ने कहा कि काम कैसे शुरू हुआ इस बारे मे काम कराने वाली उपसमिति ही बेहतर बता सकती है जिसमे सरोज सिंह व सुधीर ठाकुर के साथ साथ वे खुद है. कुल मिलाकर न्यास के सदस्यो के आपसी झगड़े के कारण मंदिर का विकास अवरूद्ध है, जो चिंता का विषय है.
सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति (भाग-7): आपसी झगड़े के कारण मंदिर का विकास अवरूद्ध सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति (भाग-7): आपसी झगड़े के कारण मंदिर का विकास अवरूद्ध Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 21, 2016 Rating: 5

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