सुरक्षा को लेकर डॉक्टरों के विरोध और हड़ताल से मरीजों में त्राहिमाम

सुरक्षा व्यवस्था की मांग सहित कई मांगों को लेकर कोसी प्रमंडल के सहरसा व सुपौल के सभी डॉक्टर द्वारा हड़ताल और मधेपुरा के डॉक्टरों द्वारा हड़ताल के समर्थन से कोसी प्रमंडल में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह बाधित हो गई है. सभी विभाग के निजी व सरकारी डॉक्टर के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों के बीच त्राहिमाम मचा हुआ है. मरीज मायूस होकर अस्पतालों से लौट रहे हैं जिन्हें घरेलू उपचार का सहारा लेना पड़ रहा है. वहीं गंभीर रूप से बीमार मरीजों को दूसरे जिले के डॉक्टरों के पास जाने की विवशता बनी हुई है. हड़ताल का समर्थन आईएमए, इंडियन डेंटल एसोसियेशन एवं बिहार हेल्थ ऐसोसियेशन के सदस्यों ने किया है. वहीं हड़ताल का समर्थन आयुष चिकित्सकों ने भी किया है जिससे हालात और भी बिगड़ती दिख रही है.
     मधेपुरा में आईएमए के साथ हुई बैठक में डॉक्टरों के निर्णय के आलोक में मधेपुरा में डॉक्टरों ने भी काला बिल्ला लगाकर हड़ताल का समर्थन किया. बिहार हेल्थ एसोसियेशन के उपाध्यक्ष डॉ अरूण कुमार वर्मा ने बताया कि जब तक डॉक्टरों  को समुचित सुरक्षा व्यवस्था मुहैया नहीं कराया जाता तब तक हड़ताल जारी रहेगा. उन्होंने तीनों जिले के डॉक्टरों  को आर्म्स लाइसेंस देने की भी मांग की है. बताया कि बीते दिन सहरसा के डॉ गणेश की अपहरण की साजिश, डॉ आई डी सिंह व डॉ ब्रजेश कुमार सिंह से रंगदारी मांगी गयी. वहीं मधेपुरा के कुमारखंड पीएचसी प्रभारी के साथ मारपीट, रानीपट्टी के प्रभारी पदाधिकारी के साथ थानाध्यक्ष द्वारा अभ्रद व्यवहार, राघोपुर एवं प्रतापगंज के चिकित्सा पदाधिकारी के साथ मारपीट की गयी. सभी घटनाओं के आरोपी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, जो निंदनीय है. 
      आईएमए के सचिव डॉ बीके यादव ने कहा कि वे लोग काफी भयभीत है. अशांत वातावरण में डॉक्टरों द्वारा पीड़ित मानव सेवा करना असंभव है. भयमुक्त वातावरण दूर करने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन व राज्य सरकार की है. प्रदर्शन में जिले के नामजीन डॉक्टर सहित दर्जनों डॉक्टर उपस्थित थे.
(सुपौल प्रतिनिधि)
सुरक्षा को लेकर डॉक्टरों के विरोध और हड़ताल से मरीजों में त्राहिमाम सुरक्षा को लेकर डॉक्टरों के विरोध और हड़ताल से मरीजों में त्राहिमाम     Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 25, 2016 Rating: 5

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