तू कहता कागद की लेखी, मैं कहता आंखिन की देखी: कुसहा कलंक की 7वीं बरसी

बूढ़े-बुजुर्ग कहते हैं- सूबे के चर्चित लोक कलाकार भिखारी ठाकुर की नाच पार्टी का 'साटा’ करने के लिए जब कोई आते थे तो वे अनुबंध पत्र पर लिखते थे 'मालिक (जमींदार) आऊर भगवान से बाचब त तोहरा महफिल में नाचब.‘  कहने का अर्थ यह- पहले नाच-गान करने वाले लोग भी वादा करने में काफी सावधानी बरतते थे. लेकिन अब; वादे हैं वादों का क्या. 18 अगस्त, 2008 को कुसहा टूटा था. सात वर्ष हो गए. त्रासदी के बाद जब कभी भी नीतीश कुमार का कोसी में पांव पड़े उन्होंने पुनर्निर्माण की बात जरूर की. साथ में पहले से बेहतर कोसी बनाने का वादा भी. लेकिन जमीनी सच्चाई तो यह है कि सात वर्ष बीत जाने के बाद आज भी बड़ी संख्या में लोग गृह क्षति मुआवजा राशि से वंचित हैं. मीटिंग दर मीटिंग का दौर चला लेकिन पीडि़तों को ठौर नहीं मिला. दुखद सच; त्रासदी के बाद से जिस बुखार से कोसी अंचल के लोग तप रहे हैं, उसको मापना आज भी थर्मामीटर के वश की बात नहीं है. आज भी इनलोगों के पास दुखों का पहाड़ खड़ा है. खेतों में बालू ही बालू है. कहने को तो सरकारी सहायता दी गई. लेकिन वह ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुई.

बारिश और धूप की चाबुक सह रही पीठ: बता दें कि आज की तारीख में भी बलुआ बाजार व जीवछपुर पंचायत के ढ़ेर सारे लोग गृह क्षति मुआवजा से वंचित हैं। वंचित लोगों द्वारा सीएम व डीएम का दरवाजा खटखटाने के बाद अपर समाहर्ता व सीओ को जांच की जिम्मेदारी दी गयी. कई बार पीडि़तों ने आमरण अनशन भी किया. लेकिन मुआवजा नहीं मिला, मिला तो सिर्फ आश्वासन, कोरा आश्वासन. आज भी यहां के लोगों के मन में, नयन में कोसी की धारा बह रही है. आज भी छेद वाली फूस की छत में रहने वाले काफी संख्या में ऐसे लोग हैं जिनके देह पर बारिश होने पर सीधे पानी टपकता है. बावजूद बारिश और धूप की चाबुक सह रही ऐसी पीठ पर किसी के भी नरम हाथ नहीं पड़े हैं। कहते हैं कि काल चक्र प्रतिदिन नया सबेरा लेकर आता है. पता नहीं आखिर कब बलुआ बाजार व जीवछपुर पंचायत के लोगों के लिए नया सबेरा होगा, होगा भी या नहीं...! (नोट- बलुआ बाजार व जीवछपुर पंचायत तो मात्र उदाहरण है. लंबी फेहरिस्त है.)
(सुपौल से बबली गोविन्द की रिपोर्ट)
तू कहता कागद की लेखी, मैं कहता आंखिन की देखी: कुसहा कलंक की 7वीं बरसी तू कहता कागद की लेखी, मैं कहता आंखिन की देखी: कुसहा कलंक की 7वीं बरसी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 18, 2015 Rating: 5

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