


सुबह जब
अचानक पक्षियों का शोरगुल सुना तो देखा एक बाज नजदीक आसमान में मंडरा रहा है, जिसे देख सारे पक्षी चिल्ला रहे
हैं. बाज एक शिकारी पक्षी है और दूसरे पक्षियों का शिकार करने में सक्षम माना जाता
है. जाहिर सी बात थी, ऐसे में बाकी सारे पक्षियों ने एक-दूसरे को आगाह करना शुरू
किया और मनुष्यों के बीच रहने वाले सबसे चालाक पक्षी कौवों ने शिकार की नीयत से आए
बाज को खदेड़ दिया. सारे पक्षियों के शोर और कौवों की हिम्मत की वजह से बाज को
मैदान छोड़ भागना पड़ा.
पर
मनुष्यों में अब इस तरह की भावना नहीं रही. भ्रष्टाचारी बाज की तरह सामने से शिकार
कर चले जाते हैं और हम चुपचाप सहते हैं. कोई कौवे की तरह यदि विरोध भी करता है तो
बाकी लोग इन पक्षियों की तरह उनका समर्थन न कर चुप्पी साधे रहते हैं और फिर कब हम
भी शिकार हो जाते हैं, पता भी नहीं चलता.
आइए
मिल-जुल कर भ्रष्टाचार का विरोध करें.
भ्रष्टाचार का विरोध करना सीखें इन पक्षियों से...
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 31, 2015
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