ये इंसान के दुश्मन समाजों की दुनिया,
ये दौलत के भूखे रवाजों की दुनिया,
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है??”
1957 में बनी फिल्म प्यासा के ये गीत अभी भी
संवेदनहीन समाज पर उसी तरह लागू होते हैं जैसे फिल्म के बनने के समय हो रहा होगा.
दौलत के भूखे लोगों ने इस समाज और दुनियां को कहीं का नहीं छोड़ा है.
आज
मधेपुरा-खगड़िया के बॉर्डर पर जब एक व्यक्ति के लाश होने की सूचना मधेपुरा के
रतवारा थानाध्यक्ष महेश यादव को मिली तो तो फिर तुरंत ही वे अपने दल-बल के साथ लाश
वाली जगह पर पहुंचे. पता चला कि जगह खगड़िया जिले के गोगरी थाना के चौथम बासा से
उत्तर है. मधेपुरा पुलिस ने खगड़िया के सम्बंधित थाना के प्रभारी कपिलदेव को फोनकर
इस लाश की सूचना दी तो पता चला कि लाश बेलदौर थाना के गोडियाबथान के शिवपूजन शर्मा
की है और वह पिछले 01 फरवरी से घर से गायब था.
मधेपुरा
टाइम्स ने जब चौथम थाना से बात की तो घटना के बारे में पुलिस की तहकीकात से पता चला कि 70 वर्षीय वृद्ध शिवपूजन
शर्मा जमीन कीई खरीद-बिक्री से सम्बंधित काम करता था और उसके पास 9 लाख रूपये इधर
ही आए थे. बेटे और दामाद उस रूपये की मांग कर रहे थे और इसी विवाद में पुलिस को शक
है कि शिवपूजन शर्मा की हत्या उसके बेटे और दामाद ने ही मिलकर कर दी है.
मधेपुरा-खगड़िया बॉर्डर के पास मिली लाश: बेटे और दामाद ने मिलकर की हत्या?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 08, 2015
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