कुकुरमुत्ते को देखकर चढ़ा अंधभक्ति का जूनून: किसी ने कहा नागपंचमी का नाग तो किसी को दिखा भोले का रूप

धर्म के नाम पर अंधविश्वास फ़ैलाने वालों की समाज में कमी नहीं है. और ये तो कोशी है, यहाँ किसी भी अजूबे चीज को भगवान का रूप मान लेने कि कहानी नई नहीं है. जाहिर है कर्म से विमुख लोग किसी चमत्कार की उम्मीद में तो रहते ही हैं.
      मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड मुख्यालय में एक आटा चक्की की दूकान में एक बड़ा सा कुकुरमुत्ता क्या निकला, देखने वालों खासकर महिलाओं की की भीड़ लग गई. किसी ने कहा कि आगे नागपंचमी है और ये कुकुरमुत्ता नाग की तरह दिख रहा है, नाग देवता साक्षात चौसा के लोगों का कल्याण करने अवतरित हुए हैं तो किसी को इसमें बाबा भोले का रूप दिखा. कुकुरमुत्ते का अवतरित होने की बात चौसा में जंगल की आग की तरह फ़ैल गई. महिलाओं का झुण्ड उमरने लगा और वे इस कुकुरमुत्ता देवता की पूजा करने लगे.  लोगों के अधिक आश्चर्य की वजह यह भी रही कि बड़े आकार का यह कुकुरमुत्ता सीमेंटेड फर्श पर उगा है. हालाँकि उन्हें बगल में खड़ा बांस नहीं दिखाई दे रहा था जिससे इस कुकुरमुत्ते की उत्पत्ति संभव थी.
      हालाँकि मिल मालिक किसी हंगामे की आशंका से लोगों पूजा करने से रोक रहे थे, फिर भी कई लोग कुकुरमुत्ते की एक झलक पाने को बेताब थे. शायद उन्हें इस बात का भरोसा था कि इस कुकुरमुत्ते की पूजा करने से उनके सारे कष्ट दूर हो जायेंगे.
(नि० सं०)
कुकुरमुत्ते को देखकर चढ़ा अंधभक्ति का जूनून: किसी ने कहा नागपंचमी का नाग तो किसी को दिखा भोले का रूप कुकुरमुत्ते को देखकर चढ़ा अंधभक्ति का जूनून: किसी ने कहा नागपंचमी का नाग तो किसी को दिखा भोले का रूप  Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 31, 2014 Rating: 5

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