मंत्री जी के कलेजे को चैन आ गया. प्यारा नाती घर
वापस आ गया. चैन कई जिलों के पुलिस को भी आ गया. कल शाम में नाती जी मधेपुरा जिला
के बुधमा रेलवे स्टेशन के पास कटहरवा से बरामद कर लिया गया. कई जिलों की पुलिस ने जहाँ
बिहार सरकार में वित्त मंत्री
सुपौल के बिजेन्द्र प्रसाद यादव के नाती मनीष कुमार उर्फ गुड्डू के रहस्यमय ढंग से गायब
होने को अपहरण की आशंका मानकर इसके तार नेपाल तक से जुड़े होने की आशंका जाहिर की थी और मनीष की बरामदगी के लिए एसआईटी तक का गठन कर दिया गया था, वहीं पूरा मामला ‘खोदा
पहाड़, निकली चुहिया’
साबित हुआ और दस दिन चले हाई वोल्टेज ड्रामे का आज पटाक्षेप हो गया.
मधेपुरा
में बरामदगी के समय जहाँ मधेपुरा के एसपी के अलावे सुपौल एसपी भी मौजूद थे. वहीँ
आज सुपौल में मनीष उर्फ गुड्डू की उपस्थिति में एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने पूरे
मामले को प्रेस कॉन्फ्रेंस में रखा और मनीष ने भी अपनी बात बताई. पूरी कहानी कुछ
इस तरह से है.
गत 01
जुलाई को मनीष अपने गाँव सुपौल जिला के पिपरा थाना के बेलोखड़ा से किशनपुर थाना के परसा स्थित के. एम. पब्लिक स्कूल के लिए अपने एक भाई के साथ चला
था. रास्ते में उसने अपने भाई को वापस घर जाने को कहा और वह स्वयं एक ऑटो पकड़ कर
सुपौल आ गया. सुपौल से उसने एक ट्रेन पकड़ी और सहरसा पहुँच गया. सहरसा में कुछ वक्त
बिताने के बाद वह ट्रेन से मुरलीगंज चला गया और मुरलीगंज में एक बन रहे घर में
उसने मजदूरी भी की, जिसके एवज में उसे खाना मिल जाया करता था. पर मनीष का दिल कहीं
लग नहीं रहा था. गत मंगलवार को मनीष बुधमा आ गया जहाँ लोग उसे पहचान गए और पुलिस
को सूचित किया. मनीष ने घर से जाने का कारण पढ़ाई में मन न लगना बताया.
चूंकि घटनास्थल किशनपुर थानान्तर्गत पड़ता था, इसलिए गत 04 जुलाई को मामला किशनपुर थाना कांड संख्यां 119/2014 के रूप में दर्ज हुआ. मधेपुरा,
सुपौल समेत कई जिलों तथा बिहार पुलिस ने आज चैन की सांस ली. बिहार सरकार की नाक भी
कटते-कटते बची. विपक्षी अपहरण की आशंका से जंगल राज की वापसी बता रहे थे. पर यहाँ
तो एक 12 वर्ष के लड़के के पढ़ाई में मन नहीं लगने के कारण ये विचित्र स्थिति
उत्पन्न हुई.
‘मोरा पढ़ने में नहीं लागे दिल’: मंत्री के अजब नाती के गायब होने की गजब कहानी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 10, 2014
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