50 सालों से साथ जी रहे थे, साथ मर गए: दुर्घटना में दो दोस्तों की ह्रदय विदारक मौत

|मुरारी कुमार सिंह|19 मई 2014|
मधेपुरा के सिंहेश्वर में रहने वाले सूरज साह और मणिलाल साह की दोस्ती की चर्चा जानने वाले किया करते थे. यदि कोई कहता कि हमेशा तुमदोनों को साथ ही देखते हैं, तो मजाक में सूरज साह कहा करते थे कि अब साथ मरना भी है. पर किसी ने नहीं सोचा था कि मजाक में कही बात सच हो जायेगी और देखते ही देखते दो घरों की दुनियां ही उजड जायेगी.
      आज सड़क दुर्घटना में सूरज साह और मणिलाल साह की मौत से सिंहेश्वर दहल गया है. सिंहेश्वर में मंदिर रोड वार्ड नं. 3 के रहने वाले दोनों दोस्त आज करीब दस बजे सुबह एक ईंट भट्ठा की तरफ जा रहे थे कि बुढावे पुल के पास एक मवेशी को बचाने में इनकी मोटरसायकिल एक पेड़ से जा टकराई और दोनों की मौत से सिहर गया इलाका.
50 सालों से साथ जी रहे थे, साथ मर गए: दुर्घटना में दो दोस्तों की ह्रदय विदारक मौत 50 सालों से साथ जी रहे थे, साथ मर गए: दुर्घटना में दो दोस्तों की ह्रदय विदारक मौत Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 19, 2014 Rating: 5

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