साधारण बीमारी को हृदयरोग बता वर्षों लूटा कलियुगी भगवान ने

|वि० सं०|26 जून 2013|
कभी भगवान का दूसरा रूप माने जाने वाले कई डॉक्टर आज शैतान का रूप धारण कर चुके हैं. इक्का-दुक्का की बात छोड़ दें तो लूट की कहानी इनके द्वारा अर्जित संपत्ति बयां कर रहे हैं. और इस लूट के काले धंधे में सूट-टाई टांगकर अधिकांश नौकरी से रिजेक्टेड मेडिकल रिप्रजेंटेटिव्स भी सुपर-डुपर हिट दलाल की भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं. हद तो तब हो जाती है जब बीमारी कुछ और ये कलियुगी भगवान कुछ और बताकर लोगों का शोषण कर उन्हें बर्बाद कर देते हैं.
      मधेपुरा नगर परिषद् क्षेत्र के वार्ड नं 21 के स्व० चतुरी कामती के पुत्र राजकिशोर कामती के साथ जो हुआ वो दर्शाता है कि कई डॉक्टरों की खेती ही ठगी के फसल पर आधारित है. वर्ष 2002 में पेट फूलने व सांस लेने की तकलीफ के बाद जब राजकिशोर लोगों की सलाह पर पूर्णियां के एक प्रसिद्ध हृदयरोग विशेषज्ञ के पास गए तो उन्होंने जांच के बाद इन्हें ह्रदय रोगी बताया और लगे इलाज के नाम पर लूटने. दिल की बीमारी का नाम सुनते ही राजकिशोर का परिवार गम में डूब गया. पर 2006 तक कोई खास लाभ नहीं मिलता देख राजकिशोर ने सहरसा के एक हार्ट स्पेशलिस्ट से इलाज करना शुरू किया. इस महोदय ने भी छ: साल तक दिल की बीमारी बता जमकर राजकिशोर का आर्थिक और मानसिक शोषण किया. पर बीच-बीच में राजिकिशोर की साँसे पहले की तरह फूलती ही रहीं.
      दस साल गुजर जाने के बाद अब हृदयरोग के भय से राजकिशोर को लगने लगा कि शायद
राजकिशोर: लूटा डॉक्टरों ने
उसका अंत समय निकट आ गया है. अपनों की सलाह पर जब राजकिशोर दिल्ली के AIIMS गए तो वहां पता चला कि उसे किसी तरह का हृदयरोग है ही नहीं. पूरी कहानी बताते हुए राजकिशोर कहते हैं कि एम्स के डॉक्टरों ने पूर्णियां और सहरसा के दोनों स्पेशलिस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी सलाह दी थी. उसे कहा गया कि दस साल तक उसे गलत दवा देकर उसे अत्यंत की कमजोर बना दिया गया है. एम्स में मामूली दवा देकर राजकिशोर को फिर एक महीने के बाद वहां बुलाया गया, पर अब तक फर्जी डॉक्टरों के द्वारा कंगाल बना दिए गए राजकिशोर के पास बार-बार दिल्ली जाने तक लिए पैसा न रह सका.
      मधेपुरा में राजकिशोर का इलाज कर रहे जेनरल फिजिशियन डॉक्टर ओम नारायण यादव बताते हैं कि इसे फेफरे से सम्बंधित साधारण एलर्जिक बीमारी है जिसे मेडिकल की भाषा में COPD कहा जाता है जो ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, एम्फेसिमा का संयुक्त रूप है. इस बीमारी में सावधानी और व्यायाम बहुत ही फायदेमंद है और दवा भी साधारण है.
      अंत भला तो सब भला. राजकिशोर कहते हैं कि जैसे ही उन्हें पता चला कि उन्हें हार्ट की बीमारी नहीं है उनके अंदर ताकत आ गई. पर टू इडियट्स के कारण कंगाल हुए राजकिशोर को अभी आर्थिक रूप से संभलने में कई साल लग सकते हैं.
साधारण बीमारी को हृदयरोग बता वर्षों लूटा कलियुगी भगवान ने साधारण बीमारी को हृदयरोग बता वर्षों लूटा कलियुगी भगवान ने Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 26, 2013 Rating: 5

4 comments:

  1. madhepura k doctors k liye kisi ki jan ki kimmat khuchh v nahi hai,mere family khud isi tarah hua hai,lekin mai khud medical college mai padhai kar raha hoo isi lie bahut jald samaj gaya ki yaha k doctors paisa kamane k lie khuchh v kar sakta hai,meri maa ko perinium regin mai dard hota tha,madhepura mai dikhane pe boli aapka uterus prolapse kar gaya operation karwana parega,dabai sethik nahi hoga ,maa ne mughe phone pe bataya ki doctors operation k lie bol rahi hai,maine bola dusre doctor se dikha lo ek bar kya report aata hai,lekin dusre doctors nai v wahi bola ,phir mai soacha maa itni kamjor hai low b.p hai iska operation karwana khud maut k muh mai bhejna hua,maine maa ko apne medical college mai dikhaya ,dikhane k bad ,mai shocked ho gaya yaha to khuchh proleps wali bat hi nahi nikli,mai maim se khud mila to maim boli koi problem nahi hai urine mai infection k chalte aisa ho raha hai,uterus to normal hai,,,,,,,,,thank god jo maa ka operation madhepura mai nahi kawaya nahi to kya hota ,avi maa bilkul thik dard khatm ho gaya ,.yadi aap bole to mai madhepura doctors ka nam bhejunga jisk pas maa ko dikhaya tha,kam se kam dusre v to jan paaenge madhepura k khuchh doctors ki sachhai..

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  2. madhepura k doctors k liye kisi ki jan ki kimmat khuchh v nahi hai,mere family khud isi tarah hua hai,lekin mai khud medical college mai padhai kar raha hoo isi lie bahut jald samaj gaya ki yaha k doctors paisa kamane k lie khuchh v kar sakta hai,meri maa ko perinium regin mai dard hota tha,madhepura mai dikhane pe boli aapka uterus prolapse kar gaya operation karwana parega,dabai sethik nahi hoga ,maa ne mughe phone pe bataya ki doctors operation k lie bol rahi hai,maine bola dusre doctor se dikha lo ek bar kya report aata hai,lekin dusre doctors nai v wahi bola ,phir mai soacha maa itni kamjor hai low b.p hai iska operation karwana khud maut k muh mai bhejna hua,maine maa ko apne medical college mai dikhaya ,dikhane k bad ,mai shocked ho gaya yaha to khuchh proleps wali bat hi nahi nikli,mai maim se khud mila to maim boli koi problem nahi hai urine mai infection k chalte aisa ho raha hai,uterus to normal hai,,,,,,,,,thank god jo maa ka operation madhepura mai nahi kawaya nahi to kya hota ,avi maa bilkul thik dard khatm ho gaya ,.yadi aap bole to mai madhepura doctors ka nam bhejunga jisk pas maa ko dikhaya tha,kam se kam dusre v to jan paaenge madhepura k khuchh doctors ki sachhai..

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  3. राजू जी,
    कृपया मधेपुरा डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और मेडिकल कॉलेज में जो आपने माँ को दिखाया था उसका प्रिस्क्रिप्शन भी भेजें ताकि लोगों तक बात पहुंचे और मधेपुरा के लोगों की जान बच सके.

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