पतियों सावधान! कहीं आपकी पत्नियाँ दुकानों में चोरी तो नहीं कर रही?

विशेष  संवाददाता /२५ दिसंबर २०११
जिले के कुछ औरतों के ख्वाब इन दिनों सातवें आसमान पर दीखते है.शौक यदि पति की सहमति या पैसे के अभाव में पूरे नहीं हो रहे हैं तो अब इन्होनें एक अलग किस्म का रास्ता अख्तियार कर लिया है.महिलायें हर क्षेत्र में आगे हैं, को चरितार्थ करते हुए अब साभ्रांत घरों की भी कुछ महिलाओं ने अपने शौक की वस्तु चोरी कर घर ले आना शुरू कर दिया है.इन चोरियों में हाल के दिनों में दुकानों से कपड़े चुराने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं.अपने साथ झोला ले जाना और देखते-देखते कपड़े झोले में घुसा लेना इन महिलाओं के लिए अब सामान्य सी बात होती जा रही है.पर कभी-कभी जब ये पकड़ी चली जाती है,तो महसूस कीजिए, इनकी कैसी फजीहत होती होगी.
    आज ही शहर के सबसे बड़े कपड़े की दुकान तुलसी वस्त्रालय में शहर के एक अति-साभ्रांत परिवार की एक महिला ने मौके का फायदा उठाया और एक-दो नहीं पूरे तीन कपड़े अपने झोले में डाल लिए. इसमें दो शाल और एक कार्डिगन थे,जिसकी कीमत क्रमश: २२५०, १०५० और ५०० रूपये के करीब थी, यानि कुछ ही मिनटों में महिला को होने वाली थी पूरे ३८०० रूपये की कमाई. पर दुकानदार को इस महिला पर शक हो गया और बड़ी हिम्मत से उसने जब महिला का झोला लेकर देखा तो महिला हो गयी पानी-पानी.पुलिस को बुलाने की जब बात उठी तो लगी महिला गिडगिडाने.कहा-मेरे पति को भी नहीं बताइयेगा,वर्ना पता नहीं मेरा क्या हश्र करेंगे.इसी दुकान के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इससे पहले भी एक सम्मानित साहब की चोरनी बीबी ने यहाँ से एक कपड़ा चुरा लिया था,पकड़े जाने पर उसकी भी घिग्ही बंध गयी थी.
   मधेपुरा के कई दुकानों में आये दिन इस तरह की घटना घटित हो रही है.कई जगह तो दुकानदार की हिम्मत भी नहीं होती कि जानकर भी महिलाओं के झोले की जांच कर सके.कई मामलों में ये महिलायें इतने अच्छे परिवार की होती हैं कि पुलिस को खबर करना कोई दुकानदार मुनासिब नहीं समझता.
   मुझे याद आ रही है दिल्ली की हाल की वो घटना जिसमें एक आईएएस पदाधिकारी की बीबी जब एक साड़ी की चोरी में पकड़ी गयी तो उस आईएएस पदाधिकारी ने शर्मिंदगी के कारण उसी चोरी की साड़ी को अपने शरीर में लपेट कर खुद को जला डाला था.मधेपुरा की गिनी-चुनी महिलाओं की ये आदत किसी भी सूरत में एक सभ्य समाज के लिए अच्छी बात नहीं है.
पतियों सावधान! कहीं आपकी पत्नियाँ दुकानों में चोरी तो नहीं कर रही? पतियों सावधान! कहीं आपकी पत्नियाँ दुकानों में चोरी तो नहीं कर रही? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 25, 2011 Rating: 5

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