राकेश सिंह/०८ मार्च २०११
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष
पूरी दुनियां में,और खास कर बिहार में तो महिलाओं ने अपनी क्षमता पहचान को न सिर्फ पहचाना है बल्कि दिखा भी रही हैं..आज नारी अनुचर नहीं,सहगामिनी बन कर उभरी है और उसने यह दिखा दिया है कि हमें सदियों से जो कमजोर समझा जाता था,हम बिलकुल नही हैं.दरअसल उन्हें मौका ही नही दिया जाता था.मानो औरतों को दबाने वाला पुरुष समाज उन्हें उभरने ही नही देना चाहता हो. पर वक्त बदला,मानसिकता बदली और अब उन्होंने अपने अधिकारों के लिए लड़ना भी सीख लिया है.साथ ही ये भी जता दिया है कि वे पुरुषों की दुश्मन नही,साथ चलने वाली ताकत हैं.औरत श्रृष्टि की मूल है और ईश्वर की बनाई हुई एक अद्भुत जीवन.इसमें कोई शक नही कि यदि हम इन कोमल, परन्तु परिस्थितियों से लड़ने में कठोर नारी को साथ लेकर चलें,तब ही हमारा घर स्वर्ग बन सकता है.
आइये नारी के विभिन्न रूपों को हम मधेपुरा टाइम्स के इस स्लाइड शो के माध्यम से देखें और यह महसूस करें कि वह सचमुच प्यार और आदर की पात्र हैं.
शत् शत् नमन नारी के अनेक रूपों को
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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March 08, 2011
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Mahila divas par meri taraf se duniya ki tamam mahilao ko pyar bhari shubhkamna.Mahilaen beshak aader ki patra hain .kuchh mahilaon ne kudrat ki es sabse adbhut rachna ko dagdar banane ka prayas kiya hai .agar aisa hona ruk jaye to nariyan naron ko pichhe chhor kar narayani ban jayengi.
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