शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल डीएम के औचक निरीक्षण से

रूद्र नारायण यादव/२० नवंबर २०१०
ये बात तो जगजाहिर सी थी कि मधेपुरा में विद्यालयों का संचालन ठीक ढंग से नही हो रहा है.परन्तु कल डीएम द्वारा जब ग्वालपाड़ा,उदाकिशुनगंज तथा आलम नगर के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया तो अनियमितता की भरमार पाई गयी.जिलाधिकारी ने स्कूली छात्रा के शयन कक्ष,रसोई घर,शौचालय,मैन्यु चार्ट  तथा विद्यालय में उनकी उपस्थिति की सघन जांच की और भारी कुव्यवस्था को देखकर जिम्मेवार पदाधिकारियों को जमकर डांट  भी लगाई.कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में उन्होंने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के तीन संचालकों को निलंबित भी किया.इसके अलावे तीनों प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के विरूद्ध प्रपत्र 'क'गठित कर अविलम्ब प्रतिवेदन समर्पित करने का आदेश जिला शिक्षा अधीक्षक को दे दिया गया है.
       माना जा रहा है कि जिला पदाधिकारी के औचक निरीक्षण के इस कदम से अन्य विद्यालयों के भी संचालक  सहम गए हैं और अन्य विद्यालयों की कुव्यवस्था में भी कमी आने की संभावना है.
क्या होता है कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय?
भारत सरकार द्वारा 2004 में अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़े वर्ग की बालिकाओं के लिए सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में आवासीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की स्थापना के लिए कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय योजना का शुभारंभ किया गया था। कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय योजना की शुरुआत प्रथम दो वर्ष तक एक अलग योजना के रूप में सर्व शिक्षा अभियान, बालिकाओं के लिए प्राथमिक स्तर पर शिक्षा दिलाने का राष्ट्रीय कार्यक्रम व महिला समाख्या योजना के साथ सामंजस्य बैठाते हुए शुरू की गई थी, लेकिन 1 अप्रैल, 2007 से इसे सर्व शिक्षा अभियान में एक अलग घटक के रूप में विलय कर दिया दिया।
शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल डीएम के औचक निरीक्षण से शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल डीएम के औचक निरीक्षण से Reviewed by Rakesh Singh on November 20, 2010 Rating: 5

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